किडनी फेल्योर था जानलेवा, लेकिन आयुर्वेद ने बचाया

नमस्कार, मेरा नाम दिनेश ठाकुर है और मैं उत्तर प्रदेश के बलिया का रहने वाला हूँ। मैंने बीते कई सालों से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहा था जिसकी वजह से करीब तीन साल पहले मेरी किडनी खराब हो गई थी। जब मेरी किडनी खराब हुई तब कहीं मुझे जाकर इसके महत्व के बारे में पता चला। वैसे तो हम कभी भी किडनी की ओर कोई ध्यान नहीं देते क्योंकि हमे इसके महत्व के बारे में ज्यादा जानकारी ही नहीं होती। लेकिन जब यह खराब हो जाती है तो इसे फिर से ठीक करने में लोग अपनी हर संभव कोशिश करने में लग जाते हैं, लेकिन हर कोई इसे फिर से ठीक नहीं कर पाता, क्योंकि खराब हुई किडनी को फिर से ठीक कर पाना बहुत मुश्किल होता है। ऐसे बहुत ही कम लोग है जिनकी किडनी खराब हो जाने के बाद एक बार फिर से ठीक हो जाती है और शायद मैं भी उन भाग्यशाली लोगो में शामिल था। मैंने अपनी खराब हुई किडनी को कैसे ठीक किया आज मैं आपको इसी बारे में बताने जा रहा हूँ।

वैसे तो मेरी किडनी हाई ब्लड प्रेशर की वझह से खराब हुई थी लेकिन मेरा ब्लड प्रेशर शराब पीने की वजह से हाई रहने लगा था जिसकी ओर मैं जरा सा भी ध्यान नहीं देता तगा। मुझे कई सालों से शराब पीने की बुरी आदत लग गई थी, जिसके कारण मेरी तबियत खराब रहने लगी थी। मैं लगातार कमजोर होने लगा था और मुझे पेट से जुड़ी हुई भी अक्सर कोई न कोई दिक्कत रहने लगी थी, जाँच करवाने पर पता चला कि मेरा शराब पीने के कारण मेरा लीवर कमजोर हो चला है। उसी समय डॉक्टर ने मुझे आगाह कर दिया था कि ऐसा ही चलता रहा तो जल्द ही मेरी किडनी भी खराब हो सकती है। कुछ दिनों तक तो मैंने डॉक्टर की बातों पर ध्यान दिया लेकिन कुछ समय बाद मैंने फिर से शराब पीना शुरू कर दिया, जिससे मेरा ब्लड प्रेशर हाई रहने लग गया। डॉक्टर ने मुझे उसी समय दवाएं लेने और शराब बंद करने की सलाह दी, लेकिन मैंने डॉक्टर की बस आधी बात पर ही ध्यान दिया और दवाएं लेनी शुरू कर दी। दवाएं लेने से मेरा ब्लड प्रेशर काबू में आने लग गया जिससे मैं काफी खुश हुआ लेकिन मुझे ये नहीं पता था कि ये आराम बस कुछ पल के लिए ही है। मुझे ब्लड प्रेशर की दवाएं लेते हुए करीब साल भर ही बीता था कि इतने में ही मेरी किडनी खराब हो गई। जब मुझे किडनी खराब होने की जानकारी मिली उससे करीब महिना भर मुझे बहुत सी शारीरिक समस्याएँ रहने लग गई थी, जिनको मैं शुरुआत में तो नज़रंदाज कर रहा था।

Ayurvedic Medicine and Treatment for Proteinuria

किडनी खराब होने की खबर लगने के दो हफ्ते पहले मुझ कई शारीरिक सम्स्याने रहने लगी थी, जिनको समझ पाना मेरे लिए बहुत मुश्किल था। एक दिन मैंने देखा कि मेरे पैरों में काफी सूजना आई हुई है, जिसकी वजह से मुझे चलने में काफी परेशानी हो रही थी। मेरे पैरों से जब तक सूजन जाती तब तक मुझे पेशाब आना लगभग-लगभग बंद हो गया, मुझे जब भी पेशाब आता तो काफी जलन होने लगती। इसके अलावा पेशाब से बदबू भी आने लगी थी और पेशाब का रंग भी लाल होता जा रहा था। इन्हीं दिनों मुझे तेज बुखार रहने लगा, दिन में कई बार उल्टियाँ आने लगी, भूख लगनी बंद हो गई। मैं इन सभी समस्याओं की वजह से काफी कमजोर हो चूका था दवाएं लेने पर भी कोई आराम नहीं मिल रहा था। लगातार खराब होती हालत को देखते हुए डॉक्टर ने मुझे हॉस्पिटल में ही एडमिट कर लिया और जल्द से जल्द कई टेस्ट करवाने के लिए कहा। मैंने डॉक्टर की सलाह मानते हुए उसी दिन सभी टेस्ट करवाए और रिपोर्ट्स आते ही उन्हें डॉक्टर को दिखाया। मेरी रिपोर्ट्स देखने के बाद डॉक्टर ने मुझे बताया कि दरअसल हाई ब्लड प्रेशर, ज्यादा दवाएं लेने और बाहर का ज्यादा खाना खाने की वजह से मेरी किडनी खराब हो चुकी है इसी वजह से मुझे ये सभी समस्याएं हो रही है। डॉक्टर ने मुझे आगे बताया कि अब मुझे ठीक होने के लिए और इन सभी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए डायलिसिस करवाना होगा।

मैंने डॉक्टर के कहने पर दुसरे दिन से ही डायलिसिस करवाना शुरू कर दिया जो कि देखने और सुनने में बहुत आसान लग रहा था, लेकिन जब मैंने पहली बार डायलिसिस करवाया तब मुझे पता चला कि यह कितना दर्दनाक है और इससे कितनी तकलीफ होती है। एक ही डायलिसिस होने के बाद मैंने अगले डायलिसिस करवाने से मना कर दिया क्योंकि मैं फिर से यह दर्द नहीं लेना चाहता था इसके अलावा मेरे सामने दूसरा कोई चारा नहीं था जिसकी वजह से मुझे इसको आगे चालू रखना पड़ा। मैंने करीब डेढ़ साल तक लगातार हर हफ्ते दो से तीन बार डायलिसिस करवाना जारी रखा, लेकिन इससे मेरी तबियत में कोई सुधार नहीं आया उल्टा मेरा लाखों रुपया बर्बाद हो गया। लगातार कई महीनों तक डायलिसिस करवाने से मेरी हालत इतनी ज्यादा खराब हो चुकी थी कि मैं ठीक से बिस्तर से भी नहीं उठ सकता था। मेरी हालत को देखते हुए अब डॉक्टर मुझे किडनी ट्रांसप्लांट करवाने की सलाह देने लगे थे, जिसका खर्च उठाना मेरे बस से बाहर की बात थी। अब मैं मान चूका था कि अब मेरे बचने की कोई उम्मीद बाकी नहीं है। लेकिन इसी बीच मेरा एक पुराना दोस्त मुझसे मिलने आया, उसने मुझसे एक बार दिल्ली के कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल से आयुर्वेदिक उपचार लेने को कहा।

मेरे दोस्त ने मुझे बताया कि कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल में बिना डायलिसिस के ही खराब हुई किडनी को ठीक किया जाता है। मेरे दोस्त के जोर देने पर मैंने उसकी बात मान ली और मैं कुछ ही दिनों में कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल, दिल्ली आ गया यहाँ मैं डॉ. पुनीत धवन से मिला और मैंने उनको अपनी सभी रिपोर्ट्स दिखाई। मेरी रिपोर्ट्स देखने के बाद डॉ. पुनीत धवन ने मुझसे कहा कि देर आए लेकिन दुरुस्त आए, उन्होंने आगे कहा कि मैं जल्द ही ठीक हो जाऊंगा बस समय से दवाएं लेनी होगी और शराब पीना बंद करना होगा। मैंने डॉ. पुनीत धवन के कहे अनुसार दवाएं लेनी शुरू कर दी जिससे मुझे इतना तेजी से आराम मिला कि मैं हफ्ते भर में ही अपने बिस्तर से बिना किसी मदद से उठने लगा। अब मैं अपने छोटे-मोटे काम खुद ही कर पा रहा था और खाना भी ठीक से खा रहा था, धीरे-धीरे मुझे पेशाब से जुड़ी समस्याओं से भी राहत मिलने लग गई और शरीर से सूजन भी चली गई। आयुर्वेदिक दवाओं से इतना आराम देख मुझे यकीन आ चूका था कि अब मैं जल्द ही ठीक हो जाऊंगा और हुआ भी ऐसा ही मैं और मेरी किडनी एक दम ठीक हो गई जिसकी वजह से आज मैं एक स्वस्थ जीवन व्यतीत कर रहा हूँ।

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