मीठा बना मेरी किडनी का काल
नमस्कार, मेरा नाम राहुल कुमार है और मैं मेरठ का रहने वाला हूँ। मैं कई सालों से शुगर की बीमारी से जूझ रहा था जिसकी वजह से करीब चार साल पहले मेरी किडनी खराब हो गई थी। जब मेरी किडनी खराब हुई तो मुझे उस दौरान बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ा था, जिनसे छुटकारा पाना मेरे लिए बहुत ज्यादा मुश्किल था। डॉक्टर मेरी हालत को देखते हुए मुझे डायलिसिस करवाने के लिए कहते रहते थे, जिसको मैं बीते कई महीनों से करवा भी रहा था पर कोई फायदा मिलने की बजाय मेरी हालत काफी खराब हो चुकी थी। उस दौरान मुझे लगने लगा था कि अब मैं नहीं बचने वाला, लेकिन की वजह से आज मैं एक दम स्वस्थ हूँ।
मेरी किडनी हाई शुगर लेवल और उसकी दवाओं की वजह से खराब हुई थी, मैंने बीते कई सालों से शुगर से जूझ रहा था जो कि मुझे ज्यादा मीठा खाने की वजह से हुई थी। मुझे मीठा खाने का बहुत ज्यादा शौक था वहीं घर वाले मुझे मीठे से दूर रहने की सलाह देते थे, लेकिन मैंने उनकी बातों पर कोई ध्यान नहीं दिया और इसी का नतीजा रहा शुगर की बीमारी। जब डॉक्टर ने इस बारे में पुष्टि की कि मुझे शुगर है तो मुझे उस दौरान उनकी बातों पर यकीन ही नहीं हुआ, लेकिन ये सच था जिसको मैं कुबूल नहीं करना चाहता था। डॉक्टर मुझे शुगर को काबू रखने के लिए मीठा बंद करने की सलह दे चुके थे पर मेरे लिए ये कर पाना मुश्किल था इसलिए मैंने शुगर की दवाएं लेनी शुरू कर दी। शुगर की दवाओं से मुझे शुरुआत में तो काफी आराम मिला लेकिन परहेज ना करने की वजह से अब मेरी तबियत खराब रहने लग गई थी। शुगर के कारण पेशाब पहले से कम आने लगा था और आँखों से भी कम दिखाई देने लगा था। इन दोनों समस्याओं को मैंने ज्यादा गंभीरता से नहीं लिया क्योंकि हाई शुगर लेवल में ये समस्याएँ होना बड़ा आम है, पर मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी ये समस्याएँ मेरी किडनी खराब होने की ओर इशारा कर रही है। मेरी किडनी खराब होने के करीब महिना भर पहले मेरे पैरों में अचानक से सूजन आ गई।
शुरुआत के दिनों में तो मैंने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया लेकिन यह दिन प्रतिदिन बढती चली गई, यह इतनी ज्यादा बढ़ चुकी थी कि मुझे चलने-फिरने में भी परेशानी होने लग गई। मैं इससे छुटकारा पाता उससे पहले मुझे पेशाब से जुड़ी समस्याएँ होने लग गई, मुझे पहले के मुकाबले कम पेशाब आने लग गया, पेशाब जब भी आता मुझे काफी जलन होने लगती, पेशाब का रंग बदलने लग गया और पेशाब से काफी बदबू भी आने लगी। इसी दौरान मेरा ब्लड प्रेशर भी हाई रहने लग गया था जो कि मेरे साथ पहली बार हुआ था। डॉक्टर ने ब्लड प्रेशर के लिए दवाई तो दी लेकिन कोई आराम नहीं मिला। बुखार रहने लग गया, दिन में कई बार उल्टियाँ आने लगी, भूख लगना बंद ही गई। इन सभी समस्याओं की वजह से मैं लगातार कमजोर होता जा रहा था वहीं, दवाएं लेने पर भी कोई आराम नहीं मिल रहा था। लगातार खराब होती तबियत को देखते हुए घर वालों ने मुझे हॉस्पिटल में एडमिट करवा दिया जहाँ जाते ही डॉक्टर ने मुझे कई टेस्ट करवाने के लिए कह दिया। मैंने डॉक्टर की सलाह मानते हुए उसी दिन सभी टेस्ट करवाए और रिपोर्ट्स आते ही उन्हें डॉक्टर को दिखाया। मेरी रिपोर्ट्स देखने के बाद डॉक्टर ने मुझे बताया कि हाई शुगर लेवल की वजह से मेरी किडनी खराब हो चुकी है इसी वजह से मुझे ये सभी समस्याएँ हो रही है।
डॉक्टर ने मुझसे आगे कहा कि अब मुझे ठीक होने के लिए डायलिसिस करवाना होगा क्योंकि अब इसी से मेरी खराब हुई किडनी को ठीक किया जा सकता है। डॉक्टर की बातों से मैं साफ-साफ समझ चूका था कि अब मैं केवल और केवल डायलिसिस से ही ठीक हो सकता हूँ, इसीलिए मैंने डॉक्टर की सलाह मानते हुए अगले दिन से ही डायलिसिस करवाना शुरू कर दिया। जब मेरा पहला डायलिसिस हुआ तो डॉक्टर ने मुझे पहले ही होने वाली तकलीफ से आगाह कर दिया, पर मुझे इसकी उम्मीद नहीं थी मैं डायलिसिस की तालीफ़ को सहन ही नहीं पाउँगा। डायलिसिस की तकलीफ को सहन करते हुए मैंने हफ्ते दो तो कभी तीन बार डायलिसिस करवाया और डायलिसिस का ये सिलसिला करीब 10 महीने तक लगातार चलता रहा पर कोई फायदा नहीं मिला। इतने लंबे समय तक डायलिसिस करवाने से मुझे रत्ती भर का आराम तो मिला नहीं, उल्टा हालत इतनी ज्यादा खराब हो चुकी थी कि डॉक्टर्स ने किडनी ट्रांसप्लांट करवाने के लिए कह दिया। एक दिन डॉक्टर ने मुझसे कहा कि मुझे अब किडनी ट्रांसप्लांट से ही ठीक किया जा सकता है अब यही आखिरी रास्ता है। मैंने डॉक्टर को तुरंत ही किडनी ट्रांसप्लांट के लिए मना कर दिया, जिसके बाद डॉक्टर ने मुझसे की अगर जिन्दा रहना है तो यही बस एक रास्ता है, जिसके लिए मैंने इंकार कर दिया। एक दिन मेरा एक रिश्तेदार मुझसे मिलने आया और उसने मुझसे आयुर्वेदिक उपचार लेने की सलाह दी।
मेरे दोस्त ने मुझे बताया कि दिल्ली में एक आयुर्वेदिक अस्पताल है, जिसका नाम कर्मा आयुर्वेदा है और वहां पर किडनी फेल्योर का आयुर्वेदिक उपचार दिया जाता है। मेरे दोस्त ने मुझे आगे बताया कि कर्मा आयुर्वेदा में बिना डायलिसिस के ही खराब किडनी को ठीक किया जाता है। कुछ ही दिनों बाद मैं कर्मा आयुर्वेदा आ गया जहाँ मेरी मुलाकात हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. पुनीत धवन से हुई और मैंने उनको अपनी सारी रिपोर्ट्स दिखाई। मेरी रिपोर्ट्स देखने के बाद उन्होंने मुझसे कहा कि मैं बहुत जल्द ही ठीक हो जाऊंगा बस समय पर आयुर्वेदिक दवाएं लेनी और और खाने पीने का खास ध्यान रखना है, इसके साथ ही योग भी करना होगा। मैंने घर आकर डॉ. पुनीत धवन के कहे अनुसार उनकी दी हुई आयुर्वेदिक दवाएं लेनी शुरू कर दी और साथ में उनका डाइट चार्ट भी फॉलो करना शुरू कर दिया। इससे मुझे कुछ ही हफ़्तों के भीतर में अपने अंदर काफी सुधार नज़र आने लगे, मुझे ठीक से पेशाब खुल कर आने लगा, उल्टियाँ आना बंद हो गया, ब्लड प्रेशर भी काबू में रहने लगा और सबसे बड़ी बात ये थी कि मेरा शुगर केवल काबू में रहने लगा था, जिसकी वजह से मेरी किडनी बड़ी तेजी से ठीक होती जा रही थी। डॉ. पुनीत धवन की दवाओं की वजह से मेरी किडनी कुछ ही महीनों में एक दम ठीक हो गई, जिसकी वजह से आज मैं एक दम स्वस्थ जीवन जी रहा हूँ।
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