शराब और स्वादिष्ट खाने से हुई मेरी किडनी खराब हुई - Alcohol and tasty eating spoiled my kidneys

नमस्कार, मेरा नाम मनीष राठी है और मैं हरियाणा के फरीदाबाद का रहने वाला हूँ। मैं बीते कई सालों से हाई ब्लड की समस्या से जूझ रहा था, जिसकी वजह से तीन साल पहले मेरी किडनी खराब हो गई थी। किडनी के खराब हो जाने की वजह से मुझे कई शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ा था। मैंने अपनी किडनी को ठीक करने के लिए कई महीनों तक डायलिसिस भी करवाया था, पर उससे मुझे कोई फायदा नहीं मिला उल्टा मेरी हालत और ज्यादा खराब होती चली गई। जब मुझे लगने लगा कि अब मैं नहीं बचने वाला तो डॉ. पुनीत किसी फरिश्तें की भांति मेरी जिंदगी में आए और मेरी खराब हुई किडनी को ठीक कर दिया। अगर आज मैं जीवित हूँ तो वो बस डॉ. पुनीत और उनके आयुर्वेदिक उपचार की वजह से।


मुझे बाहर बाजार में बना हुआ तेज मसालों से बना हुआ खाना बहुत ज्यादा पसंद था और साथ ही मुझे शराब पीने भी बहुत ज्यादा पसंद थी। मैं इस खाने को बहुत ही चाव से खाया करता था और जब साथ में शराब होती तो क्या ही कहने। घर वाले मुझे इस खाने को लेने से इंकार किया करते थे, लेकिन मैं उनकी बातों पर कोई ध्यान नहीं देता था, क्योंकि इसकी वजह से कई शारीरिक समस्याएँ हो जाती है जिस बारे में मुझे भी काफी जानकारी थी। पहले मेरे घर वालों मेरे शराब पीने के बारे में कोई जानकारी नहीं थी, पर जब उन्हें मेरे शराब पीने के बारे में जानकारी लगी तो उस दिन तो ऐसा लगा कि जैसे आज मेरी मौत ही आ जाए। घर में एक दम गंभीर हालात थे, लेकिन फिर भी मैंने अपने शराब पीने में कोई बदलाव नहीं किया और उसे बाहर के स्वादिष्ट खाने के साथ चालू रखा। मुझे इस बारे में तो जानकारी थी कि शराब पीने से हमारी तबियत खराब हो सकती है, लेकिन मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी कि ये स्वादिष्ट खाना मेरी किडनी खराब होने का कारण भी बन सकता है। किडनी के खराब होने से पहले शायद ही ऐसा कोई दिन होता था जब मैं बाहर से कुछ नहीं खाता था। इस खाने की वजह से मुझे अक्सर पेट से जुड़ी कोई न कोई समस्या हो जाती थी, जिसमे पेट में गैस बनना, पेट दर्द होना और पेट में एसिड की मात्रा बढ़ना आदि। इस खाने की वजह से मेरा पाचन तन्त्र भी काफी कमजोर होता जा रहा था और ब्लड प्रेशर भी हाई रहने लग गया था।

Ayurvedic Treatment for Kidney Failure in UK

एक बार जब मेरा ब्लड प्रेशर काफी हाई हुआ तो डॉक्टर ने मुझसे खाने पीने की आदतों में सुधार लाने की सलाह दी, ताकि ब्लड प्रेशर काबू में आ सके। पर मैंने डॉक्टर की बातों पर ध्यान नहीं दिया और मैंने बाहर का खाना चालू रखा, जिसकी वजह से ब्लड प्रेशर और पेट की समस्याएँ लगातार बढ़ने लग गई कि मुझे एक दो बार हॉस्पिटल में भी एडमिट होना पड़ा। स दौरान डॉक्टर ने मुझे शराब न पीने की सलाह दी थी और साथ ही डॉक्टर ने मुझे ब्लड प्रेशर की दवाएं लेने के लिए कहा था और जिसके बाद मैंने डॉक्टर की सलाह पर ब्लड प्रेशर को नॉर्मल रखने के लिए दवाएं लेनी शुरू कर दी, जिससे मुझे आराम मिलने लगा। पर मैंने दवाएं लेने के साथ-साथ डॉक्टर के बताएं हुए एक भी परहेज पर अमल नहीं किया जिसकी वजह से ये लगातार बढ़ता रहा और आखिर में किडनी खराब हो गई। जब मेरी किडनी खराब होनी शुरू हुई तो उस दौरान मुझे बहुत सी समस्याएँ रहने लग गई थी जो कि मेरी खराब हो चुकी किडनी की ओर साफ इशारा कर रही थी। जब मेरी किडनी खराब हुई तब मुझे ब्लड प्रेशर की दवाएं लेते हुए करीब साल भर ही हुआ था और शराब पीना शुरू करे हुए करीब दो साल भर ही हुए थे. मेरी किडनी खराब होने की खबर पक्की होने के कुछ हफ़्तों पहले अचानक से मेरी मुझे कई सारी समस्याएँ रहने लग गई जिसके कारण मैं काफी कमजोर हो चूका था. किडनी खराब होने पर मुझसे सबसे पहले पेशाब से जुड़ी समस्याएँ होनी शुरू हो गई।

इसकी शुरुआत पेशाब करते हुए जलन से हुई थी, इसके कुछ दिनों बाद मुझे पेशाब करते हुए ज्यादा जोर लगाना पड़ने लगा।मैंने इस बारे में डॉक्टर से बात कि तो उन्होंने मुझे कम शराब पीने की सलाह दी और साथ ही ठीक से पानी पीने की सलाह की सलाह दी. मैंने डॉक्टर की सलाह मानते हुए ठीक से पानी पीना शुरू कर दिया और साथ में शराब पीना भी बंद कर दिया. मुझे लगा इससे मुझे आराम मिलेगा, नहीं ऐसा नहीं हुआ, उल्टा मेरी हालत और भी ज्यादा खराब हो गई अब मुझे पेशाब की इन दोनों समस्याओं के साथ-साथ पेशाब की और भी कई समस्याएँ रहने लग गई, जैसे कि पेशाब का रंग बदलने लगा, इतना ही नहीं पेशाब से बदबू भी आने लग गई। मैं पेशाब की समस्या की समस्या से छुटकारा पाता उससे पहले मैंने देखा की मेरे पैरों में और चेहरे पर काफी सूजन आई हुई है। पैरों में आई हुई सूजन की वजह से मुझे चलने में परेशानी होने लग गई, जिसके बारे में जब मैंने डॉक्टर से बात की तो उन्होंने मुझे कुछ दवाएं दे दी और मालिश करने की सलाह दी, पर इससे मुझे कोई आराम नहीं मिला। इन दिनों मेरा ब्लड प्रेशर भी पहले के मुकाबले काफी हाई रहने लग गया था जिसकी वजह से मुझे दिन भर चक्कर आते रहते थे और खाना खाने का बिलकुल भी दिल नहीं करता था। मैं अपने ब्लड प्रेशर को कण्ट्रोल करने के लिए दवाएं ले रहा था पर उनसे भी मुझे कोई आराम नहीं मिल रहा था।

बढ़े हुए ब्लड प्रेशर की वजह से अब मुझे दिन भर उल्टियाँ आने लगी थी जिसको देखते हुए घर वालों ने मुझे एक बड़े अस्पताल में एडमिट करवा दिया। अस्पताल में डॉक्टर ने मेरी जाँच करने के बाद मुझे जल्द से जल्द कई टेस्ट करवाने के लिए कहा। मैंने उनकी बात मानते हुए उसी दिन सभी टेस्ट करवाए और रिपोर्ट्स आते ही उन्हें डॉक्टर को दिखाया। मेरी रिपोर्ट्स देखने के बाद डॉक्टर ने मुझे बताया कि हाई ब्लड प्रेशर और ज्यादा दवाएं लेने की वजह से मेरी किडनी खराब हो चुकी है इसलिए मुझे ये सभी समस्याएँ हो रही है। डॉक्टर ने मुझसे आगे कहा कि अब मुझे ठीक होने के लिए जल्द से जल्द डायलिसिस शुरू करवाना होगा, नहीं तो मेरी हालत और भी ज्यादा खराब हो सकती है। डॉक्टर की ये बात सुनने के बाद ऐसा लगा कि मेरे सर पर आसमान टूट गया हो, पर जो भी था ये मेरी गलतियों की वजह से हुआ थ और अब मुझे इसे भुगतना ही था।मैंने डॉक्टर की बात मानते हुए अगले दिन से ही डायलिसिस करवाना शुरू कर दिया। मेरा डायलिसिस हफ्ते में तीन बार हो रहा था जो कि कई महीनों तक लगातार चलता था। पर मुझे डायलिसिस से कोई लाभ नहीं मिला, उल्टा मेरी तबियत में गिरावट आने लगी, फिर एक दिन डॉक्टर ने मुझसे कहा कि मुझे अब किडनी ट्रांसप्लांट से ही ठीक किया जा सकता है अब यही आखिरी रास्ता है। मैंने डॉक्टर को तुरंत ही किडनी ट्रांसप्लांट के लिए मना कर दिया, जिसके बाद डॉक्टर ने मुझसे की अगर जिन्दा रहना है तो यही बस एक रास्ता है, जिसके लिए मैंने इंकार कर दिया।

एक दिन मेरा एक रिश्तेदार मुझसे मिलने आया और उसने मुझसे आयुर्वेदिक उपचार लेने की सलाह दी। मेरे दोस्त ने मुझे बताया कि दिल्ली में एक आयुर्वेदिक अस्पताल है, जिसका नाम कर्मा आयुर्वेदा है और वहां पर किडनी फेल्योर का आयुर्वेदिक उपचार दिया जाता है। मेरे दोस्त ने मुझे आगे बताया कि कर्मा आयुर्वेदा में बिना डायलिसिस के ही खराब किडनी को ठीक किया जाता है। कुछ ही दिनों बाद मैं कर्मा आयुर्वेदा आ गया जहाँ मेरी मुलाकात हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. पुनीत से हुई और मैंने उनको अपनी सारी रिपोर्ट्स दिखाई। मेरी रिपोर्ट्स देखने के बाद उन्होंने मुझसे कहा कि मैं बहुत जल्द ही ठीक हो जाऊंगा बस समय पर आयुर्वेदिक दवाएं लेनी और और खाने पीने का खास ध्यान रखना है, इसके साथ ही योग भी करना होगा। आयुर्वेदिक दवाएं लेने से मुझे कुछ ही महीनों में अपने अंदर काफी सुधार नज़र आने लगे, जैसे पेशाब से जुड़ी समस्याएँ खत्म होने लगी, भूख लगने लगी, ब्लड प्रेशर काबू में आने लगा और उल्टियाँ भी आनी बंद हो गई। मुझे महीने भर में ही सारी समस्याओं से छुटकारा मिलने लगा और मैं कुछ ही महीनों में मेरी खराब हुई किडनी एक दम ठीक हो गई, जिसकी मैं उम्मीद भी छोड़ चूका था लेकिन डॉ. पुनीत की वजह से मेरी किडनी आखिर में ठीक हो गई।

Comments

Popular posts from this blog

कर्मा आयुर्वेदा ने मेरी जान बचा ली - Karma Ayurveda saved my life !

कर्मा आयुर्वेदा की दवाएं लेने से मैं ठीक हो गया - I Got Better by Taking Karma Ayurveda Medicines

वंशानुगत किडनी रोग का करना पड़ा सामना - Had to Face Hereditary Kidney Disease