एलोपैथीक डॉक्टर का कहना था, “नहीं बच सकता मैं” लेकिन…….

नमस्कार, मेरा नाम सलिल तिवारी है और मैं भुवनेश्वर, उड़ीसा का रहने वाला हूँ। मैं कुछ सालों से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहा था, जिसकी वजह से दो साल पहले मेरी किडनी खराब हो गई थी। जब मेरी किडनी खराब हुई तो उस दौरान मुझे बहुत सी शारीरिक समस्याएँ रहने लग गई थी, जिनसे छुटकारा पाने के लिए मैंने डॉक्टर की सलाह मानते हुए डायलिसिस करवाना शुरू कर दिया था। डॉक्टर ने शुरुआत में मुझे बताया था कि लगातार डायलिसिस करवाने से मैं जल्द ही ठीक हो जाऊंगा, पर ऐसा कुछ हुआ नहीं। डायलिसिस करवाने से मेरी हालत इतनी ज्यादा खराब हो चुकी थी कि मेरे बचने की सभी उम्मीदें खत्म होती जा रही थी। डॉक्टर्स जवाब दे चुके थे पर मैंने हार नहीं मानी और डॉ. पुनीत धवन से आयुर्वेदिक उपचार लेकर अपनी किडनी को ठीक कर लिया, जिसकी वजह से आज मैं एक दम स्वस्थ हूँ।

मुझे हाई ब्लड प्रेशर की समस्या मेरे कमजोर इम्यून सिस्टम की वजह से हुई थी। दरअसल, शुरुआत से ही मेरा इम्यून सिस्टम काफी कमजोर था, जिसकी वजह से मैं बहुत जल्दी-जल्दी बीमार पड़ जाता था। बार-बार बीमार पड़ने की वजह से मुझे बहुत सी दवाएं खानी पड़ती थी और ज्यादा दवाएं लेने की वजह से मेरा ब्लड प्रेशर हाई रहने लगा था। जब शुरुआत में मेरा ब्लड प्रेशर हाई रहने लगा तो डॉक्टर ने मुझसे हिदायत दी कि मुझे अपनी डाइट में कुछ बदलाव करने चाहिए, ताकि मेरा ब्लड प्रेशर नॉर्मल रह सके और मुझे दवाओं की जरूरत ना पड़े। उस दौरान तो मैंने डॉक्टर की बातों पर ध्यान दिया और अपने डाइट में उनके बताएं हुए सभी बदलाव भी कर लिए, जिससे मेरा ब्लड प्रेशर नॉर्मल होने लगा। इस दौरान मुझे लगा कि अब मेरा ब्लड प्रेशर नॉर्मल रहने लगा था है तो अब मुझे डाइट में किये बदलावों को जारी रखने की जरूरत नहीं है और यही मेरी बड़ी गलती थी।

एक बार फिर से वही सब खाने की वजह से मेरा ब्लड प्रेशर फिर से बढ़ने लगा था, जिसको अब काबू करने के लिए मैंने दवाएं लेनी शुरू कर दी थी। दवाएं लेने से मेरा ब्लड प्रेशर काफी कण्ट्रोल में आने लगा था, जिससे मैं काफी खुश था। लेकिन मेरी ये ख़ुशी ज्यादा समय के लिए नहीं थी क्योंकि साल भर बाद ही मेरा ब्लड प्रेशर इतना ज्यादा हाई रहने लगा कि उसे दवाओं से भी काबू कर पाना मुश्किल होता जा रहा था। डॉक्टर ने मेरी दवाओं की डोज़ बढ़ा दी पर कोई खास फायदा नहीं मिल रहा था और यहीं से मेरी किडनी खराब होना शुरू हो चुकी थी, लेकिन बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं थी। जब मेरी किडनी पूरी तरह से खराब हो चुकी थी तो मुझे इसके कई लक्षण शरीर में दिखाई देने लगे थे जो कि आम सी समस्याओं की तरफ लग रहे थे, जिसकी वजह से इस जानलेवा बीमारी को पकड़ पाना काफी मुश्किल था।

मुझे सबसे पहले पेशाब से जुड़ी समस्याएँ रहने लगी थी, जिसमे मुझे कम पेशाब आना, पेशाब से बदबू आना, पेशाब करते हुए जलन और दर्द होना और पेशाब का रंग बदलने जैसी समस्याएँ हो रही थी। इसके अलावा मेरे पैरों में और कमर के आसपास काफी सूजन आ गई थी, जिसकी वजह से मुझे चलने में काफी तकलीफ होने लगी थी। इस दौरान मेरा ब्लड प्रेशर पहले के मुकाबले काफी ज्यादा हाई था, जिसकी वजह से मैं दिन भर बेहोशी के हालत में ही रहता था। इन दिनों मेरी भूख काफी कम होती जा रही थी और अगर मैं जबरदस्ती कुछ खा भी लेता तो मुझे उल्टी हो जाती थी। इन दिनों मुझे बार-बार हॉस्पिटल में एडमिट होना पड़ रहा था पर कोई फायदा नहीं मिल रहा था, फिर एक दिन जब हालत ज्यादा खराब हुई तो घर वालों ने मुझे एक बड़े निजी अस्पताल में एडमिट करवा दिया जहाँ जाते ही डॉक्टर ने मुझे कई टेस्ट करवाने के लिए कहा।

मैंने उसी दिन डॉक्टर के कहे अनुसार सभी टेस्ट करवाए और रिपोर्ट्स आते ही उन्हें दिखाया, जिन्हें देखते ही डॉक्टर ने मुझसे कहा कि मुझे ये सभी समस्याएँ किडनी खराब होने की वजह से हो रही है। डॉक्टर ने आगे कहा कि ज्यादा दवाएं लेने और हाई ब्लड प्रेशर की वजह से मेरी किडनी काफी खराब हो चुकी है जिसे ठीक करने के लिए केवल डायलिसिस ही एक मात्र उपाय है। डॉक्टर के कहने पर मैंने दुसरे दिन से ही डायलिसिस करवाना शुरू कर दिया, जिससे मुझे काफी तकलीफ तो हुई पर ठीक होने के लिए मैंने इसे सहन कर लिया। मैंने करीब साल भर से ज्यादा डायलिसिस करवाया पर उससे मुझे कोई फायदा नहीं मिला उल्टा हालत इतनी ज्यादा खराब हो गई कि डॉक्टर ने मुझे जवाब दे दिया। हालत इतनी ज्यादा खराब थी कि मैं किडनी ट्रांसप्लांट तक भी नहीं करवा सकता था, अब मुझे लगने लगा था कि मैं नहीं बचने वाला। लेकिन फिर एक दिन मैंने इन्टरनेट पर देखा कि आयुर्वेदिक उपचार की मदद से किडनी को बड़े आराम से ठीक किया जा सकता है।

Ayurvedic Treatment to Reduce High Serum Creatinine Level

मैंने नेट पर देखा कि दिल्ली में कर्मा आयुर्वेदा नाम से एक हॉस्पिटल है जहाँ बिना डायलिसिस के ही खराब हुई किडनी को ठीक किया जा सकता है। बस फिर क्या था, मैं कुछ ही दिनों में कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल पहुँचा और वहां मेरी मुलाकात हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. पुनीत धवन से हुई। मैंने उनको अपनी सभी रिपोर्ट्स दिखाई, जिन्हें देखने के बाद उन्होंने मुझसे कहा कि मुझे डरने की कोई जरूरत नहीं, क्योंकि आयुर्वेदिक उपचार की मदद से मैं जल्द ही ठीक होने वाला हूँ। घर जाते ही मैंने डी।र पुनीत धवन की दी हुई आयुर्वेदिक दवाएं लेनी शुरू कर दी, जिससे मुझे महीने भर में अपने अंदर काफी सुधार नज़र आने लग गये। मुझे पेशाब खुल कर आने लगा, शरीर से सूजन जाने लगी और ऐसे ही देखते ही देखते कुछ ही महीनों में मुझे सबही समस्याओं से छुटकारा मिल गया, क्योंकि आयुर्वेदिक दवाओं से मेरी किडनी एक दम ठीक हो चुकी थी।

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