आयुर्वेदिक दवाओं से खत्म हुआ किडनी फेल्योर

नमस्कार, मेरा नाम फूलसिंह है और मैं राजस्थान के भीलवाड़ा का रहने वाला हूँ। मैं बीते कई सलओंस इ हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहा था जिसकी वजह से तीन साल पहले मेरी किडनी खराब हो गई थी। जब मेरी किडनी खराब हुई तब मुझे कई शारीरिक समस्याओं का समाना करना पड़ा था, जिनकी वजह से मेरी हालत काफी खराब हो गई थी। डॉक्टर मुझे बस डायलिसिस करवाने के लिए कहते रहते थे, उनका कहना था कि इसी से मेरी हालत में सुधार हो सकता है। लेकिन डायलिसिस से केवल और केवल मेरी हालत खराब होती जा रही थी। अगर उस दौरान मैंने अपने दोस्त की बात मानते हुए डायलिसिस छोड़ डॉ. पुनीत धवन से आयुर्वेदिक उपचार लेना शुरू नहीं किया होता तो शायद आज मैं जीवित भी नहीं होता।

मुझे हाई ब्लड प्रेशर की समस्या नमक की वजह से हुई थी। दरअसल, मुझे खाने में ऊपर से नमक डाल कर खाने की आदत थी जिसकी वजह से मेरा ब्लड प्रेशर हाई रहने लगा था। जब शुरुआत में मेरा ब्लड प्रेशर हाई रहने लगा तो डॉक्टर ने और घर वालों ने मुझे नमक ना लेने की सलाह दी। मैंने ना चाहते हुए भी उनकी बाते मानी, जिससे मेरा ब्लड प्रेशर काबू में रहने लग गया। ब्लड प्रेशर काबू में आने लगा तो मैं इससे बहुत खुश हुआ और मुझे लगने लगा कि अब तो मुझे परहेज करने की कोई जरूरत नहीं क्योंकि मैं अब ठीक हूँ। बस फिर मैंने धीरे-धीरे परहेज करने बंद कर दिए, जिसके कुछ महीने बाद ही फिर से मेरा ब्लड प्रेशर हाई रहने लग गया। अब फिर से घर वालों ने मुझे नमक ना खाने की बात कही पर मैंने उनकी बातो पर कोई ध्यान नहीं और दवाएं लेनी शुरू कर दी। दवाओं से मेरा ब्लड प्रेशर काबू में तो आने लगा लेकिन इन दवाओं की वजह से मेरी किडनी भी खराब होने लगी, जिसके बारे में मुझे किडनी खराब होने तक कोई खबर नहीं थी।

जब मेरी किडनी खराब हुई तब तक मुझे दवाएं लेते हुए करीब 15 साल बीत चुके थे, इस दौरान तक मैं कई बार दवाएं और डॉक्टर बदल चूका था पर ब्लड प्रेशर काबू में नहीं आया और इसका एक ही कारण था और वो था खाने पीने में बदलाव ना करना। किडनी खराब होने की पुष्टि होने के करीब महिना भर पहले मेरी तबियत अचानक खराब रहने लग गई थी जो कि मेरी किडनी खराब होने का पहला इशारा था। मुझे अचानक से कम पेशाब आने लगा, पेशाब से बदबू आने लगी, पेशाब का रंग बदलने लगा और जब भी पेशाब आता तो काफी जलन और दर्द होने लगता। इस समस्या से छुटकारा पाता इससे पहले मेरे पैरो ने और कमर के आसपास सूजन आने लगी, जिसकी वजह से मुझे चलने-फिरने में परेशानी होने लगी। कुछ ही दिनों में तेज बुखार रहने लगा और दिन भर में कई बार उल्टियाँ आने लगी जिसकी वजह से मुझे खाना खाने का बिलकुल भी दिल नहीं करता था। मैं इन सभी समस्याओं की वजह से लगातार कमजोर होता जा रहा था।

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डॉक्टर बस दवाओं पर दवाएं दिए जा रहे थे, जब महीना भर निकल जाने पर भी मुझे कोई आराम नहीं मिला तो घर वालों ने मुझे एक बड़े हॉस्पिटल में एडमिट करवा दिया जहाँ जाते ही डॉक्टर ने मुझे कई टेस्ट करवाने के लिए कहा। मैंने डॉक्टर के बताएं हुए सभी टेस्ट उसी दिन करवाए और जैसे ही रिपोर्ट्स आई उन्हें डॉक्टर को दिखाया। मेरी रिपोर्ट्स देखने के बाद डॉक्टर ने मुझसे कहा कि हाई ब्लड प्रेशर की वजह से मेरी किडनी खराब हो चुकी है इसी वजह से मुझे ये सभी समस्याएँ हो रही है। डॉक्टर ने मुझे आगे बताया कि अब मुझे अगर जिन्दा रहना है तो डायलिसिस करवाना होगा मैं उसी से ठीक हो सकता हूँ, नहीं तो मेरे बचने की कोई उम्मीद नहीं है। मैंने डॉक्टर की बात मानते हुए अगले दिन से ही डायलिसिस करवाना शुरू कर दिया, जिससे मुझे काफी तकलीफ तो हुई लेकिन ठीक होने की उम्मीद में मैंने उस तकलीफ को सहन कर लिया। मैंने करीब 7 महीने तक लगातार हर हफ्ते 3 बार डायलिसिस करवाया पर उससे मुझे सिवाय तकलीफ के कुछ हासिल नहीं हुआ। अब मैं समझ चूका था कि अब मेरे बचने की कोई उम्मीद बाकि नहीं है और मुझे अब पूरी उम्र भर डायलिसिस के सहारे ही रहना पड़ेगा।

पर इसी बीच एक दिन मेरा एक दोस्त मुझसे मिलना आया और उसने मुझे एक बार आयुर्वेदिक उपचार लेने की सलाह दी। उसने मुझे बताया कि दिल्ली में कर्मा आयुर्वेदा नाम से एक हॉस्पिटल है जहाँ पर बिना डायलिसिस के ही खराब हुई किडनी को ठीक किया जाता है, मुझे एक बार यहाँ जरूर जाना चाहिए। मैंने सोचा एक बार ये भी कर के देख लेना चाहिए और मैं कुछ ही दिनों में कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल चला गया। हॉस्पिटल में जाने पर मेरी मुलाकात वहां के निदेशक डॉ. पुनीत धवन से हुई। मैंने उनको अपनी सभी रिपोर्ट्स दिखाई जिन्हें देखने के बाद उन्होंने मुझसे कहा कि अब डरने की और डायलिसिस करवाने की कोई जरूरत नहीं है, बस समय से आयुर्वेदिक दवाएं लेनी होगी और साथ में खाने पीने का खास ख्याल रखना होगा। मैंने घर आते ही डॉ. पुनीत धवन के बताए अनुसार ही दवाएं लेनी शुरू कर दी जिससे मुझे काफी आराम मिलने लगा और देखते ही देखते मैं कुछ ही महीनों में मेरी किडनी एक दम ठीक हो गई। कर्मा आयुर्वेदा की आयुर्वेदिक दवाओं की वजह से आज मैं एक दम स्वस्थ जीवन व्यतीत कर रहा हूँ और अब मुझे हाई ब्लड प्रेशर की भी समस्या नहीं है।

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