मीठा खाने की वजह से हुई किडनी खराब , आयुर्वेदिक उपचार से ही हुई ठीक
नमस्कार, मेरा नाम कारण सिंह राजपूत है और मैं हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले का रहने वाला हूँ। मैं बीते कई सालों से शुगर की समस्या से जूझ रहा था, जिसकी वजह से दो साल पहले मुझे किडनी फेल्योर जैसी जानलेवा बीमारी का सामना करना पड़ा था। उस दौरान मेरी हालत हर दिन लगातार खराब होती जा रही थी और डॉक्टर बस डायलिसिस करवाने के लिए कहते थे। डॉक्टर्स का कहना था कि मैं इसी से ठीक हो जाऊंगा पर ऐसा कुछ नहीं हुआ उल्टा मेरी हालत इससे और ज्यादा खराब हो रही थी। जब मुझे लगा कि अब मैं नहीं बचने वाला तो डॉ. पुनीत धवन ने मेरी खराब हुई किडनी को बिना डायलिसिस के ही ठीक कर दिखाया, जिसकी वजह से आज मैं एक दम स्वस्थ हूँ।
मुझे बचपन से ही मीठा खाने का बहुत ज्यादा शौक था, मैं तक़रीबन दिन भर बस मीठा ही खाता रहता था। उस दौरान मुझे कभी ऐसा नहीं लगा कि इससे मुझे शुगर हो सकता है क्योंकि शुगर को लेकर मुझे इतनी ही जानकारी थी कि ये एक वंशानुगत बीमारी है और मेरे परिवार में पहले किसी को भी शुगर की समस्या नहीं थी। पर मैं इस मामले में एक दम गलत था या यूँ कहूँ कि मुझे इस बारे में जानकारी नहीं थी। जब शुरुआत में मुझे इस बारे में पता चला कि मुझे शुगर की समस्या है तो मैंने इस बात पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया, लेकिन बढती उम्र के साथ मेरी ये समस्या भी बढती जा रही थी। शुगर होने के कारण डॉक्टर ने मुझे मीठा खाने के लिए इंकार कर दिया था, लेकिन मैंने डॉक्टर की बातों पर कोई ध्यान नहीं दिया, जिसके कारण मुझे शुगर की दवाएं लेनी शुरू करनी पड़ी। दवाओं से भी मुझे खास आराम नहीं मिल रहा था, क्योंकि मैं केवल दवाएं ले रहा था परहेज पर खास ध्यान नहीं दे रहा था। किडनी खराब होने से पहले मैं शुगर के लिए दवाएं तो ले रहा था लेकिन मैंने अपने खाने-पीने में कोई बदलाव नहीं किया।
Ayurvedic Treatment to Reduce High Serum Creatinine Level
मेरी इसी लापरवाही के कारण दो साल पहले मेरी किडनी खराब हो गई, जिसके कारण मुझे कई शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ा। किडनी खराब होने के दौरान मुझे अक्सर पेशाब से जुड़ी कोई न कोई दिक्कत रहने लग गई थी, मुझे पेशाब आना काफी कम हो चूका था और पेशाब का रंग भी काफी बदल चूका था। इसी बीच मेरे शरीर के कई हिस्सों में अक्सर सूजन आने लगी थी और तेज बुखार रहने लगा था। मुझे पहले शुगर की समस्या तो थी लेकिन ब्लड प्रेशर की समस्या नहीं रहती थी। किडनी खराब होने के कारण अब मेरा ब्लड प्रेशर काफी हाई रहने लगा था जिसके कारण मुझे कई बार उल्टियाँ आने लगी थी जिसकी वजह से मुझे खाना खाने का बिलकुल भी दिल नहीं करता था। मैं लगातार काफी कमजोर होता जा रहा था और दवाओं से भी कोई आराम नहीं मिल रहा था, घर वालों ने मुझे एक बड़े अस्पताल में एडमिट करवा दिया जहाँ डॉक्टर ने मुझे कई टेस्ट करवाने को कह दिया। मैंने उसी समय सारे टेस्ट करवाए और रिपोर्ट्स आते ही उन्हें डॉक्टर को दिखाया, जिन्हें देखने के बाद डॉक्टर ने मुझे बताया कि शुगर और ज्यादा दवाएं लेने के कारण मेरी किडनी खराब हो गई है जिसकी वजह से मुझे ये सब समस्याएँ हो रही है।
डॉक्टर ने मुझसे आगे कहा कि अब मुझे ठीक होने के लिए डायलिसिस करवाना होगा, मैंने डॉक्टर के कहने पर और ठीक होने के लिए दुसरे दिन से ही डायलिसिस करवाना शुरू कर दिया। मैंने करीब 14 महीने तक हर हफ्ते 2 बार डायलिसिस करवाया पर उससे मुझे कोई फायदा नहीं मिला। फिर एक दिन डॉक्टर ने मुझसे कहा कि मुझे अब डायलिसिस छोड़ किडनी ट्रांसप्लांट करवा लेना चाहिए मैं उसी से ठीक हो सकता हूँ। मैंने डॉक्टर के कहने पर किडनी ट्रांसप्लांट की तैयारी करनी शुरू कर दी, जिसके दौरान मैं अपने एक पुराने दोस्त मिला। मेरे दोस्त को जब मेरे किडनी ट्रांसप्लांट के बारे में पता चला तो उसने मुझे एक बार आयुर्वेदिक उपचार लेने को कहा। उसने मुझे बताया कि दिल्ली के कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल में बिना डायलिसिस के ही खराब हुई किडनी ठीक किया जाता है। मैं उसके जोर देने पर कुछ दिनों में कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल चला गया और डॉ. पुनीत धवन से मिला। मैंने उनको अपनी सभी रिपोर्ट्स दिखाई, जिन्हें देखने के बाद उन्होंने मुझसे कहा कि मुझे किडनी तट्रांसप्लांट की कोई जरुरत नहीं है मैं बस आयुर्वेदिक दवाओं से ठीक हो जाऊंगा। मैंने घर जाते ही ठीक होने की उम्मीद में डॉ. पुनीत धवन की सभी बात मानते हुए दवाएं लेनी शुरू कर दी और उनका दिया हुआ डाइट प्लान भी फॉलो करना शुरू कर दिया. आयुर्वेदिक दवाएं लेने से मुझे कुछ ही महीनों में अपने अंदर काफी सुधार नज़र आने लगे, जैसे पेशाब से जुड़ी समस्याएँ खत्म होने लगी, भूख लगने लगी, सूजन चली और शुगर लेवल भी काबू में आने लगा। मुझे महीने भर में ही सारी समस्याओं से छुटकारा मिलने लगा और मैं कुछ ही महीनों में मेरी खराब हुई किडनी एक दम ठीक हो गई, जिसकी मैं उम्मीद भी छोड़ चूका था. अगर आज मैं जिन्दा हूँ तो केवल डॉ. पुनीत धवन के कारण, सच कहूँ तो ये मेरे लिए किसी भगवान से कम नहीं है!
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