अब भूल कर भी शराब को हाथ नहीं लगाऊंगा

नमस्कार, मेरा नाम जीतेन्द्र सिंह तोमर है और मैं गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूँ। हम सभी इस बात को जानते हैं कि शराब पीने से किडनी खराब होती लेकिन फिर भी जो एक बार इसे पीना शुरू कर दे वो इसको छोड़ नहीं पाता। ऐसा ही मेरे साथ भी हुआ, मैंने बीते कई सालों पहले शराब पीना शुरू किया था जिसकी वजह से तीन साल पहले मेरी किडनी खराब हो गई थी। किडनी खराब होने के कारण मुझे कई शारीरिक समस्याओं का भी समाना करना पड़ा था, जिनसे छुटकारा पाने के लिए मुझे कई सारी दवाएं खानी पड़ती थी। दवाएं लेने के साथ-साथ, मैंने अपनी किडनी ठीक करने के लिए डॉक्टर की सलाह मानते हुए कई महीनों तक डायलिसिस भी करवाया था। डॉक्टर ने मुझे बताया था कि मैं इससे ठीक हो जाऊंगा लेकिन ऐसा कुछ नहीं था। पर मैं इस समस्या से बच गया क्योंकि मैंने एक दोस्त के कहे अनुसार डॉ. पुनीत धवन से आयुर्वेदिक उपचार लेना शुरू किया था जिससे मुझे इतना आराम मिला कि आज मैं एक दम ठीक हूँ।

Ayurvedic treatment for kidney failure in India

मुझे शराब पीने की आदत कॉलेज से लगी थी, जिसकी वजह से मेरी किडनी खराब हुई। शुरुआत में तो मैं बहुत कम शराब पीया करता था, लेकिन समय के साथ मैं बहुत ज्यादा शराब पीने लग गया। मुझे पता भी नहीं चला कि कब मैं तक़रीबन हर दुसरे दिन शराब पीने लग गया था। ज्यादा शराब पीने के कारण मेरी एक बार तबियत भी खराब हो गई थी, जांच होने पर पता चला था कि मुझे लीवर इन्फेक्शन हुआ है। तब डॉक्टर ने मुझसे कहा था कि अगर मैंने शराब पीना बंद नहीं किया तो जल्द ही मेरी किडनी खराब हो जायगी। लेकिन मैं नहीं माना, ठीक होने के बाद मैंने एक बार फिर से शराब पीना शुरू कर दिया। कुछ ही हफ़्तों में मुझे हाई ब्लड प्रेशर की समस्या रहने लग गई, तब मैंने इसके लिए दवाएं लेनी शुरू कर दी थी। दवाएं लेने से मेरा ब्लड प्रेशर तो काबू में आने लग गया था, लेकिन अब काफी देर हो चुकी थी, क्योंकि इस समय तक मेरी किडनी खराब होना शुरू हो चुकी थी जिसके लक्षण भी दिखाई देने लगे थे। किडनी खराब होने की पुष्टि होने के करीब महिना भर पहले मेरी तबियत अचानक खराब रहने लग गई थी जो कि मेरी किडनी खराब होने का पहला इशारा था। मुझे अचानक से कम पेशाब आने लगा, पेशाब से बदबू आने लगी, पेशाब का रंग बदलने लगा और जब भी पेशाब आता तो काफी जलन और दर्द होने लगता।

इस समस्या से छुटकारा पाता इससे पहले मेरे पैरो ने और कमर के आसपास सूजन आने लगी, जिसकी वजह से मुझे चलने-फिरने में परेशानी होने लगी। कुछ ही दिनों में तेज बुखार रहने लगा और दिन भर में कई बार उल्टियाँ आने लगी जिसकी वजह से मुझे खाना खाने का बिलकुल भी दिल नहीं करता था। मैं इन सभी समस्याओं की वजह से लगातार कमजोर होता जा रहा था। डॉक्टर बस दवाओं पर दवाएं दिए जा रहे थे, जब महीना भर निकल जाने पर भी मुझे कोई आराम नहीं मिला तो घर वालों ने मुझे एक बड़े हॉस्पिटल में एडमिट करवा दिया जहाँ जाते ही डॉक्टर ने मुझे कई टेस्ट करवाने के लिए कहा। मैंने डॉक्टर के बताएं हुए सभी टेस्ट उसी दिन करवाए और जैसे ही रिपोर्ट्स आई उन्हें डॉक्टर को दिखाया। मेरी रिपोर्ट्स देखने के बाद डॉक्टर ने मुझसे कहा कि हाई ब्लड प्रेशर की वजह से मेरी किडनी खराब हो चुकी है इसी वजह से मुझे ये सभी समस्याएँ हो रही है। डॉक्टर ने मुझे आगे बताया कि अब मुझे अगर जिन्दा रहना है तो डायलिसिस करवाना होगा मैं उसी से ठीक हो सकता हूँ, नहीं तो मेरे बचने की कोई उम्मीद नहीं है। मैंने डॉक्टर के कहने पर डायलिसिस करवाना शुरू कर दियाजिससे मुझे काफी तकलीफ हुई, लेकिन ठीक होने के लिए मैंने डायलिसिस से होने वाले दर्द को सहन कर लिया।

मैंने करीब 8 महीने तक हर हफ्ते तीन बार डायलिसिस करवाया लेकिन इससे मुझे कोई फायदा नहीं मिला, उल्टा मेरी हालत और ज्यादा खराब होती चली गई। इस समय डॉक्टर मुझे किडनी ट्रांसप्लांट करवाने की सलाह देने लगे थे पर मैं इसके लिए बिलकुल भी राजी नहीं था। अब जब मैं अपनी मौत के करीब था तो मुझे मेरे दोस्त ने आयुर्वेदिक उपचार लेने की सलाह दी। मेरे दोस्त ने मुझे बताया कि दिल्ली में कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल है जहाँ बिना डायलिसिस के ही खराब हुई किडनी को ठीक किया जाता है, उसने मुझसे एक बार यहाँ जाने की सलाह दी। मैंने अपने दोस्त की बात मानते हुए दिल्ली जाने का मन बना लिया और मैं कुछ ही दिनों में कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल आ गया। यहाँ आने पर मेरी मुलाकात डॉ. पुनीत धवन से हुई जो कि कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल के निदेशक भी है, मैंने उनको अपनी सभी रिपोर्ट्स दिखाई। रिपोर्ट्स देखने के बाद उन्होंने मुझसे कहा कि मुझे चिंता करने की जरूरत नहीं है मैं जल्द ही ठीक हो जाऊंगा बस समय से आयुर्वेदिक दवाएं लेनी होगी और डाइट का खास ख्याल रखना होगा। मैंने घर आकर डॉ. पुनीत धवन के कहे अनुसार दवाएं लेनी शुरू कर दी जिससे मुझे हफ्ते भर में ही अपने अंदर सुधार नज़र आने लगा, पेशाब ठीक से आने लगा, शरीर से सूजन चली और ब्लड प्रेशर भी काबू में आने लगा। ऐसे ही देखते ही देखते मैं कुछ ही महीनों में मेरी किडनी एक दम ठीक हो गई और मुझे सभी समस्याओं से छुटकारा भी मिल गया। अब मैंने कसम खा ली है कि अब मैं भूल कर भी अब शराब को हाथ तक भी नहीं लगाने वाला।

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