आयुर्वेद है किडनी के लिए वरदान
नमस्कार, मेरा नाम दिलीप शर्मा है और मैं भिवानी, हरियाणा का रहने वाला हूँ। मैं बीते कई सालों से हाई ब्लड प्रेशर से जूझ रहा था, जिसकी वजह से करीब चार साल पहले मेरी किडनी खराब हो गई थी। जब मेरी किडनी खराब हुई तो डॉक्टर ने साफ-साफ कह दिया था कि बस डायलिसिस ही इसका आखिरी उपचार है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है। डायलिसिस आपकी किडनी की तरह काम करने की कोशिश करता है और आपको और ज्यादा बीमार कर देता है। मैंने ठीक होने के लिए कई महीनों तक डायलिसिस करवाया था पर उससे मुझे कोई फायदा तो मिला नहीं उल्टा हालत इतनी ज्यादा खराब हो गई कि मेरे बचने की उम्मीद भी खत्म होती जा रही थी। गर उस दौरान मैंने डॉ. पुनीत धवन से आयुर्वेदिक उपचार लेना शुरू नहीं किया तो आज मैं जिन्दा ही नहीं होता।
मेरे परिवार में मैं पहला इन्सान नहीं था जो कि हाई बब्लड प्रेशर से जूझ रहा था, आप इसी से समझ सकते हैं कि मुझे हाई ब्लड प्रेशर की ये समस्या कहाँ से मिली। शुरुआत से मेरे घर में बहुत कम नमक का इस्तेमाल होता आ रहा था, लेकिन मुझे बाहर के खाने की आदत लग गई जिसमे होता है ज्यादा नमक और तेज मसालें। जब बढ़ती उम्र के साथ मेरा ब्लड प्रेशर हाई रहने लगा तो मैंने धीरे-धीरे अपने खाने में बदलाव करने शुरू कर दिया, लेकिन साथ में दवाएं भी लेनी शुरू कर दी। दवाएं लेने और डाइट में बदलाव करने से मुझे इस समस्या में काफी आराम मिल रहा था पर समय के साथ मैं दवाओं पर ज्यादा निर्भर हो चला गया और इसके अलावा मैं अपने खाने पीने को लेकर भी लापरवाह हो चूका था। मेरी इन्हीं दोनों गलतियों की वजह से मेरी किडनी खराब होना शुरू हुई थी जिसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी। जब मेरी किडनी खराब हुई तब मेरी उम्र 64 वर्ष थी और मुझे ब्लड प्रेशर की दवाएं लेते हुए करीब 15 साल बीत चुके थे जो कि किडनी को खराब करने के लिए काफी थे। खैर अब जब मेरी किडनी काफी खराब हो चुकी थी तो इसके लक्षण भी दिखाई देने लगे थे जो कि शुरूआत में बहुत आम सी समस्याएँ जैसी नजर आ रहे थे, लेकिन समय के साथ बढ़ती जा रही थी। मुझे सबसे पेशाब से जुड़ी परेशानी होने लगी थी, जिसकी शुरुआत पेशाब करते हुए जलन से हुई थी। एक दिन मैंने महसूस किया कि पेशाब करते हुए मुझे काफी जलन हो रही है, पर मैंने उसे नजरअंदाज कर दिया। इसके कुछ दिनों बाद ही मुझे मेरे पेशाब से बदबू आने लग गई और पेशाब का रंग धीरे-धीरे लाल होता चला गया, इसके अलावा जलन बढने लगी।
Ayurvedic treatment and medicine for nephrotic syndromeमैं जब तक पेशाब की समस्या से छुटकारा पाता उससे पहले मेरे पैरों में काफी सूजन आ गई जो कि इतनी ज्यादा थी कि मैं ठीक से चल भी नहीं पाता था। अब पेशाब और सूजन के साथ-साथ मुझे अक्सर तेज बुखार भी रहने लगा था। बुखार की वजह से मुझे खाना खाने का बिलकुल भी दिल नहीं करता और अगर खा भी लिया तो मुझे उसी समय उल्टी हो जाती थी। घर वालों ने मुझे बहुत से डॉक्टर्स से दवाएं दिलवाई पर कोई फायदा नहीं मिला, बस हर दिन तबियत खराब होती जा रही थी। डॉक्टर मुझे हर दिन दूसरी दवा दे रहे थे जैसे कि मैं लैब का कोई जानवर हूँ। जब मेरी तबियत ज्यादा खराब रहने लगी तो घर वालों ने मुझे एक बड़े अस्पताल में एडमिट करवा दिया जहाँ जाते ही डॉक्टर ने मुझे जल्द से जल्द कई टेस्ट करवाने के लिए कहा। मैंने उसी दिन सभी टेस्ट करवाए और रिपोर्ट्स आते ही उन्हें डॉक्टर को दिखाया। मेरी रिपोर्ट्स देखने के बाद डॉक्टर ने मुझे बताया कि हाई ब्लड प्रेशर की वजह से मेरी किडनी खराब हो चुकी है इसी वजह से मुझे ये सभी परेशानियाँ हो रही है। डॉक्टर की ये बात सुनते ही मुझे लगा कि अब तो गया, पर फिर डॉक्टर ने मुझसे कहा कि डरने की जरूरत नहीं है बस ठीक से डायलिसिस करवाते रहो कुहक ही महीनों में मैं एक दम ठीक हो जाऊंगा। मुझे भी उस दौरान डॉक्टर की बातों पर यकीन हुआ और मैंने कुछ ही दिनों बाद डायलिसिस करवाना शुरू कर दिया। मैं हर हफ्ते दो से तीन बार डायलिसिस करवाता था और ये सिलसिला करीब 8 से 9 महीने तक चला। इतने लंबे समय तक डायलिसिस करवाने से भी मेरी तबियत में कोई सुधार नहीं आया, उल्टा हालत इतनी ज्यादा खराब हो चुकी थी कि मैं बिस्तर से भी नहीं उठ सकता था।
इस दौरान डॉक्टर मुझे किडनी ट्रांसप्लांट करवाने के लिए कहने लगे थे, पर मैं इसके खर्च को देखते हुए इसके लिए इंकार कर चूका था। एक बार ट्रांसप्लांट के लिए इंकार करने के बाद अब मैंने बाकी की बची हुई जिंदगी डायलिसिस के सहारे रहने का फैसला कर लिया था, क्योंकि मैं समझ चूका था कि अब मैं ज्यादा दिनों के लिए जीवित नहीं हूँ। लेकिन एक दिन जब मैं अपने घर में आराम कर रहा था तो मेरा एक दोस्त मुझसे मिलने आया और उसने मुझे बताया दिल्ली में ही एक आयुर्वेदिक हॉस्पिटल है जिसका नाम कर्मा आयुर्वेदा है, वहां पर बिना डायलिसिस के ही खराब किडनी का treatment किया जाता है एक बार मुझे वहां जाना चाहिए। मैं अपने दोस्त की बात मानते हुए कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल चला गया और वहां डॉ. पुनीत धवन से मिला। मैंने डॉ. पुनीत धवन को अपनी सारी रिपोर्ट्स दिखाई, जिन्हें देखने के बाद उन्होंने मुझे बतया कि मैं जल्द ही ठीक हो जाऊंगा बस समय से आयुर्वेदिक दवाएं लेनी होगी और डाइट का खास ख्याल रखना होगा। मैंने घर आते ही डॉ. पुनीत धवन के कहे अनुसार आयुर्वेदिक दवाएं लेनी शुरू कर दी जिससे मुझे हफ्ते भर में ही अपने अंदर काफी सुधार दिखाई देने लगे, मुझे सभी समस्याओं से छुटकारा मिलने लगा और कमजोरी दूर होने लगी। ऐसे ही देखते ही देखते मैं कुछ ही महीनों में एक दम ठीक हो गया और वो भी बिना डायलिसिस और किडनी ट्रांसप्लांट करवाएं। आज मैं एक दम स्वस्थ हूँ और अब मुझे ब्लड प्रेशर की भी कोई समस्या नहीं है और अब मैंने बाहर बना हुआ तेज मसालों वाला खाना लेना बंद कर दिया है, क्योंकि मैं फिर से अपनी खराब हुई किडनी को खराब नहीं करना चाहता।
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