डॉ. पुनीत धवन ही करेंगे किडनी फेल्योर का उपचार
नमस्कार, मेरा नाम दुर्गेश पाठक है और मैं मुंबई, महाराष्ट्र का रहने वाला हूँ। मैंने बीते कई सालों से हाई शुगर लेवल की समस्या से जुझ रहा था जिसकी वजह से करीब तीन साल पहले मेरी किडनी खराब हो गई थी। जब मेरी किडनी खराब हुई तब मुझे बहुत सी शारीरिक समस्याओं का समाना करना पड़ा था जो देखने में तो आम सी लग रही थी लेकिन जांच करने पर पता चला कि ये सभी किडनी खराब होने की निशानी है। डॉक्टर ने मुझसे डायलिसिस और किडनी ट्रांसप्लांट करवाने के लिए कहा, लेकिन ये दोनों ही किडनी फेल्योर के सफल उपचार नहीं है। डायलिसिस से मेरी हालत इतनी ज्यादा खराब हो चुकी थी डॉक्टर ने मुझे जवाब दे दिया। पर डॉ. पुनीत धवन ने मुझे आयुर्वेदिक दवाएं देकर मेरी किडनी ठीक कर मुझे एक नया जीवन दे दिया, जिसकी वजह से आज मैं आप सभी को अपने जीवन का ये हिस्सा बता रहा हूँ।
मीठा खाना भला किसे पसंद नहीं होता, चाहे कोई थोड़ा खाए या फिर भी ज्यादा। मुझे तो मीठा खाना बहुत ज्यादा पसंद था, लेकिन मेरे शरीर को मेरी ये पसंद रास नहीं आई। मेरे मीठा खाने की आदत की वजह से मुझे शुगर की बीमारी हो गई थी जिसकी वजह से मेरी किडनी भी खराब हुई थी। जब मुझे शुगर की बीमारी हुई तब डॉक्टर ने मुझसे साफ-साफ कहा था कि अगर स्वस्थ जीवन जीना है तो अपने खाने-पीने में बदलाव करना होगा नहीं तो समस्या बढ़ सकती है। शुरुआत में तो मैंने अपने खाने पीने में काफी बदलाव किया जिससे मुझे काफी आराम मिला, लेकिन समय के साथ मैंने अपने खाने पीने में किये सभी बदलाव बंद कर दिए जिसकी वजह से मेरा शुगर लेवल लगातार बढ़ता चला गया। जब शुगर ज्यादा बढ़ने लगा तो डॉक्टर ने मुझे दवाएं लेने के लिए और साथ में परहेज भी करने को कहा, पर मैंने सिर्फ दवाएं लेनी ही जारी रखी जिससे ब्लड शुगर लेवल काफी काबू में आ गया। लेकिन मुझे ये नहीं पता था कि ये दवाओं से मिलने आराम कुछ ही पलों के लिए है। साल भर के भीतर मैं शुगर की दवाओं का इतना आदि हो चूका था कि बिना दवा लिए मेरा शुगर लेवल काबू में नहीं आता था। मुझे इस बात से कोई खास परेशानी नहीं थी पर मेरा शरीर अंदर से इसकी वजह से खोखला होता जा रहा था।
परहेज ना करने की वजह से करीब दो साल के भीतर ही दवाओं के साथ-साथ मेरे इन्सुलिन के इंजेक्शन भी शुरू हो चुके थे पर फिर भी मैंने अपने खाने पीने में कोई बदलाव नहीं किये। जब मेरी किडनी खराब हुई तब मुझे शुगर की दवाएं और इन्सुलिन लेते हुए करीब 7 साल बीत चुके थे और इतने समय में मेरी किडनी काफी ज्यादा खराब हो चुकी थी हाँ, बस डॉक्टर द्वारा पुष्टि होना भर बाकी था। किडनी खराब होने से पहले मुझे शुगर की वजह से होने वाली समस्याएँ होने लगी थी, जैसे कि पेशाब कम और गाढ़ा आना, पैरों में सूजन और कमजोर आँखे। ये समस्याएँ ज्यादा समय के लिए नहीं रहती बल्कि कुछ समय के लिए रहती और फिर अपने आप ठीक भी हो जाती। किडनी खराब होने पर मुझे सबसे पहले पेशाब से जुड़ी समस्या ही होना शुरू हुई थी जिसको कि मैं शुरुआत में शुगर की वजह से होने वाली समस्या समझ रहा था। इसकी शुरुआत मुझे कम पेशाब आने से हुई जो कि पहले भी होता था, लेकिन जब मुझे पेशाब करते हुए जलन होने लगी और पेशाब का रंग बदलने लगा तब मुझे कुछ गड़बड़ नज़र आने लगी। इसके अलावा मेरे पैरों में सूजन भी आ चुकी थी जो कुछ ही दिनों में इतनी ज्यादा बढ़ गई कि मुझे चलने-फिरने में भी भी परेशानी होने लगी थी और सूजन दो दिन में ही पैरों के साथ-साथ चेहरे पर भी आने लगी थी।
Ayurvedic Treatment and Medicine for Nephrotic Syndromeइन दोनों समस्याओं के अलाव अब मुझे बुखार भी आने लग गया था और बुखार की वजह से मुझे दिन में बार-बार उल्टियाँ भी आने लगी थी। डॉक्टर से दवाएं भी ली पर उनसे भी कोई खास आराम नहीं मिल रहा था, शुगर दवाएं और इन्सुलिन लेने पर भी बढ़ता जा रहा था और साथ ही साथ ब्लड प्रेशर भी बढ़ने लगा था। दो हफ्ते में ही मेरी हालत काफी खस्ता हो चुकी थी मैं अपने बिस्तर से उठ भी नहीं पा रहा था। एक दिन तो हालत इतनी ज्यादा खराब हो गई कि घर वालों ने मुझे तुरंत एक बड़े अस्पताल में एडमिट करवा दिया, जहाँ जाते ही डॉक्टर ने मेरी कुछ जांच करने के बाद मुझे जल्द-जल्द कई टेस्ट करवाने के लिए कहा। मैंने डॉक्टर के कहे अनुसार सभी टेस्ट करवाए और रिपोर्ट्स आते ही उन्हें दिखाई। मेरी रिपोर्ट्स देखने के बाद डॉक्टर ने मुझे बताया कि ज्यादा दवाएं लेने और हाई शुगर की वजह से मेरी किडनी खराब हो चुकी है इसी वजह से मुझे ये सभी समस्याएँ हो रही है। डॉक्टर की ये बात सुनने पर मुझे यकीन ही नहीं हुआ क्योंकि मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी कि शुगर की वजह से किडनी भी खराब हो सकती है। जब मैंने डॉक्टर से इसके उपचार के बारे में पूछा तो उन्होंने मुझसे कहा कि इसका ट्रीटमेंट है आपके सामने अपनी किडनी ठीक करने के दो तरीके है पहला डायलिसिस और दूसरा किडनी ट्रांसप्लांट।
डॉक्टर ने मुझे आगे बताया कि मुझे अभी से डायलिसिस शुरू करवाना होगा जो कि किडनी ट्रांसप्लांट करवाने तक चलता रहेगा। मुझे डॉक्टर की एक भी बात समझ नहीं आई पर ठीक होने के लिए मैंने दुसरे दिन से ही डायलिसिस करवाना शुरू कर दिया। जब मेरा पहला डायलिसिस हुआ तब मुझे उससे इतनी ज्यादा तकलीफ हुई की मैंने अगले दिन से ही डायलिसिस करवाना बंद कर दिया, पर इसके अलावा मुझे सामने दूसरा जो विकल्प था वो करवाना मेरे बस से बाहर था, इसीलिए मैंने दर्द ओ सहन करते हुए आगे डायलिसिस करवाना चालू कर दिया। मैंने किडनी ठीक करने के लिए करीब 4 महीने तक हर हफ्ते तीन बार डायलिसिस करवाना चालू रखा पर इससे मुझे कोई आराम नहीं मिला। इतने लंबे समय तक डायलिसिस करवाने से मेरी तबियत में कोई सुधार आने की बजाय मेरी हालत इतनी ज्यादा खराब हो गई कि डॉक्टर ने मुझे साफ-साफ ख दिया कि अगर जल्द से जल्द किडनी ट्रांसप्लांट नहीं करवाया तो कुछ भी हो सकता है। लेकिन मेरे लिए किडनी ट्रांसप्लांट करवा पाना काफी मुश्किल था क्योंकि मैं इतना खर्च नहीं उठा सकता था। अब मैं ये मान चूका था कि अब मैं और ज्यादा दिनों तक नहीं जीने वाला, पर मैं गलत था।
एक दिन जब मैं अपने घर में आराम कर रहा था तो मेरा एक दूर का रिश्तेदार मुझसे मिलने आए और उन्होंने मुझसे एक बार आयुर्वेदिक उपचार लेने की सलाह दी। उन्होंने मुझसे कहा कि दिल्ली में कर्मा आयुर्वेदा नाम से एक आयुर्वेदिक हॉस्पिटल है जहाँ पर बिं डायलिसिस के ही खराब हुई किडनी को ठीक किया जाता है मुझे एक बार यहाँ जरूर जाना चाहिए। मैंने अपने रिश्तेदार की बात मान ली और मैं कुछ ही दिनों में कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल, दिल्ली चला गया जहाँ मेरी मुलाकात डॉ. पुनीत धवन से हुई। मैंने उनको अपनी सभी रिपोर्ट्स दिखाई, जिन्हें देखने के बाद उन्होंने मुझसे कहा कि मुझे डरने की कोई जरूरत नहीं है और ना ही किडनी ट्रांसप्लांट करवाने की, क्योंकि मैं आयुर्वेदिक दवाओं से ही ठीक हो जाऊंगा बस दवाओं एक साथ-साथ डाइट का भी खास ख्याल रखना होगा। मैंने घर जाते ही डॉ. पुनीत धवन एक कहे अनुसार आयुर्वेदिक दवाएं लेनी शुरू कर दी जिससे मुझे कुछ ही हफ़्तों में अपने अंदर काफी सुधार नज़र आने लग गया। पैरों से सूजन चली गई, पेशाब खुल कर आने लगा और शुगर भी काबू में आने लगा जो कि मेरी किडनी ठीक होने की सबसे बड़े निशानी थी। देखते ही देखते मैं कुछ ही महीनों में एक दम ठीक हो गया और आज एक दम स्वस्थ जीवन जी रहा हूँ और सभी यही कहता हूँ अगर किडनी खराब हो जाए तो कर्मा आयुर्वेदा में ही जाएं।
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