इन्सुलिन के इंजेक्शन लेता था, फिर भी हुई किडनी खराब
नमस्कार, मेरा नाम विवेक चौहान है और मैं मेरठ, उत्तर प्रदेश का रहें वाला हूँ। मैंने कई सालों से शुगर की बीमारी से परेशान चल रहा था, जिसके लिए मैं दवाएं भी लेता था लेकिन फिर भी दो साल पहले मेरी किडनी इसकी वजह से खराब हो गई थी। जब मेरी किडनी खराब हुई तब मुझे बहुत सी शारीरिक समस्याएँ होने लग गई थी जो कि हर दुसरे दिन बढती जा रही थी। डॉक्टर के कहने पे डायलिसिस भी करवाया पर कोई फायदा नहीं मिला, उल्टा हालत पहले के मुकाबले लगातार बिगडती जा रही थी। लेकिन आज मैं एक दम स्वस्थ हूँ, क्योंकि मैंने उस समय अपने रिश्तेदार की बात मानते हुए डॉ. पुनीत धवन से आयुर्वेदिक उपचार लेना शुरू कर दिया था। डॉक्टर साहब की आयुर्वेदिक दवाओं की वजह से ही आज मैं और मेरी किडनी एक दम स्वस्थ है।
मुझे इस बारे में पूरी जानकारी थी कि आज नहीं तो कल मुझे शुगर की बीमारी होने वाली है, क्योंकि शुगर की बीमारी मेरे परिवार में वंशानुगत है। जब मुझे शुगर की बीमारी हुई तब मैं शायद कॉलेज में था और उस दौरान डॉक्टर ने मुझे खाने पीने का खास ख्याल रखने की सलाह दी थी ताकि मेरा शुगर लेवल यहीं कण्ट्रोल रहे। मैंने उनकी बात मानी और अपने खाने पीने का खूब ख्याल रखा, लेकिन समय के साथ मैं इस ओर लापरवाह होता चला गया। लापरवाही के कारण मेरा शुगर लेवल बढ़ने लगा तो डॉक्टर ने मुझे दवाएं लेने के लिए कहा। मैंने दवाएं लेनी शुरू कर दी जिसके बाद मुझे लगा कि जब दवाओं से मेरा शुगर लेवल काबू में आ रहा है तो मैं परहेज क्यों करूँ और यही मेरी सबसे बड़ी गलती थी। मैं समय के दवाओं का निर्भर हो गया और परहेज से किनारा कर लिया जिससे मेरा शुगर लेवल इतना ज्यादा बढ़ने लग गया कि मुझे इन्सुलिन के इंजेक्शन लेने शुरू करने पड़े। अब मैं दवाओं के साथ दिन में दो बार इन्सुलिन के इंजेक्शन भी ले रहा था पर परहेज ना करने की वजह से शुगर काबू में नहीं आ रहा और यही मेरी किडनी खराब होने की मूल वजह थी।
जब मेरी किडनी खराब होने लगी तब मुझे बहुत सी शारीरिक समस्याएँ रहने लग गई रही जिसकी वजह से मैं बिस्तर पर रहने लगे। किडनी खराब होने के दौरान मुझे अक्सर पेशाब से जुड़ी कोई न कोई दिक्कत रहने लग गई थी, मुझे पेशाब आना काफी कम हो चूका था, पेशाब करते हुए जलन और दर्द होने लगा, पेशाब से बदबू आने लगी और पेशाब का रंग भी काफी बदल चूका था। पेशाब की समस्याओं के साथ मेरे शरीर के कई हिस्सों में अक्सर सूजन आने लगी थी, जिसमे पैरों में आई सूजन की वजह से मुझे चलने-फिरने में परेशानी होने लगी थी। मैं इन सभी समस्याओं से छुटकारा पाता उससे पहले मुझे तेज बुखार रहने लगा गया जिसकी वजह से मेरी भूख कम होने लग गई। मुझे पहले शुगर की समस्या तो थी लेकिन ब्लड प्रेशर की समस्या नहीं रहती थी। किडनी खराब होने के कारण अब मेरा ब्लड प्रेशर काफी हाई रहने लगा था जिसके कारण मुझे कई बार उल्टियाँ आने लगी थी। इन सभी की वजह से मैं लगातार काफी कमजोर होता जा रहा था और दवाओं से भी कोई आराम नहीं मिल रहा था, घर वालों ने मुझे एक बड़े अस्पताल में एडमिट करवा दिया जहाँ डॉक्टर ने मुझे कई टेस्ट करवाने को कह दिया।
Creatinine Treatment in Ayurvedaमैंने उसी समय सारे टेस्ट करवाए और रिपोर्ट्स आते ही उन्हें डॉक्टर को दिखाया, जिन्हें देखने के बाद डॉक्टर ने मुझे बताया कि शुगर और ज्यादा दवाएं लेने के कारण मेरी किडनी खराब हो गई है जिसकी वजह से मुझे ये सब समस्याएँ हो रही है। डॉक्टर ने मुझसे आगे कहा कि अब मुझे ठीक होने के लिए डायलिसिस करवाना होगा फ़िलहाल मेरी किडनी ठीक करने का यही एक तरीका है। उस समय मेरे सामने दूसरा कोई चारा नहीं था जिसकी वजह से मैंने डॉक्टर की बात मानी और कुछ दिनों बाद डायलिसिस करवाना शुरू कर दिया। मुझे आज भी अच्छी तरह से याद है कि जब मेरा पहला डायलिसिस हुआ तब उससे मुझे इतनी परेशानी हुई थी कि मैंने आगे डायलिसिस के लिए इंकार कर दिया था, लेकिन मेरे सामने दूसरा कोई चारा नहीं था जिसके कारण मुझे अगले 15 महीने तक डायलिसिस चालु रखना पड़ा। मैंने अपनी किडनी ठीक करने के लिए 15 महीनों तक हर हफ्ते 2 बार डायलिसिस करवाया, लेकिन कोई फायदा नहीं मिला। इतने लंबे समय तक डायलिसिस करवाने से जब मुझे कोई आराम नहीं मिला तो मुझे लगने लगा था कि अब मेरा बचना काफी मुश्किल है। इसके बाद एक दिन मेरे एक दोस्त ने मुझे आयुर्वेदिक उपचार लेने की सलाह दी, उसने मुझे बताया की दिल्ली के कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल में बिना डायलिसिस के ही खराब हुई किडनी को ठीक किया जाता है उसने मुझे यहाँ जाने की सलाह दी।
मुझे मेरे दोस्त की बातों पर विश्वास हुआ तो मैंने दिल्ली जाने का मन बना और कुछ ही दिनों में कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल चला गया, जहाँ डॉ. पुनीत धवन से हुई जो कि कर्मा आयुर्वेदा के निदेशक भी है। मैंने उनको अपने बारे में सारी जानकारी दी और उनको अपनी सभी रिपोर्ट्स भी दिखाई। मेरी रिपोर्ट्स देखने के बाद डॉ. पुनीत धवन ने मुझसे कहा कि मैं बहुत ही जल्द ठीक हो जाऊंगा, बस मुझे समय पर दवाएं लेने की जरुरत है, जिससे जदल ही मेरी किडनी ठीक हो जायगी। मैंने डॉ. पुनीत धवन की सलाह मानते हुए घर आकर आयुर्वेदिक दवाएं लेनी शुरू कर दी, जिससे मुझे जल्द ही अपने अंदर कई सुधार नज़र आने लग गये, पेशाब खुल कर आने लग गया, भूख लगने लग गई और ब्लड प्रेशर भी काबू में आने लगा। सबसे बड़ी बात ये थी कि अब मेरा शुगर लेवल भी काबू में आने लगा था और यही मेरी किडनी ठीक होने की सबसे बड़ी निशानी थी, जिससे मैं काफी खुश था और बस फिर कुछ ही महीनों में एक दम स्वस्थ हो गया।
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