मांसाहार बना किडनी का दुश्मन

नमस्कार, मेरा नाम महेश चौधरी है और मैं अलवर, राजस्थान का रहने वाला हूँ। मैं कई सालों से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से जुझ रहा था जिसकी वजह से तीन साल पहले मेरी किडनी खराब हो गई थी। किडनी खराब हो जाने की वजह से मुझे बहुत सी शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ा था। मैंने अपनी किडनी ठीक करने और सभी शारीरिक समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए डॉक्टर की सलाह पर कई महीनों तक डायलिसिस भी करवाया था पर उससे मुझे कोई फायदा तो मिला नहीं उल्टा हालत पहले से भी ज्यादा खराब हो गई थी। जब डायलिसिस से कोई फायदा नहीं मिला तो डॉक्टर ने मुझे किडनी ट्रांसप्लांट करवाने के लिए कह दिया, लेकिन मुझे इसकी जरूरत ही नहीं पड़ी क्योंकि मैंने समय रहे हुए डॉ. पुनीत धवन से आयुर्वेदिक उपचार लेना शुरू कर दिया जिससे मेरी किडनी तेजी से ठीक होती चली गई।

Ayurvedic Medicine for Proteinuria

मेरा ब्लड प्रेशर ज्यादा नॉन वेज खाने की वजह से हाई रहने लगा था, जिसके बारे में मुझे काफी देर में जानकारी मिली थी। दरअसल, मैं तक़रीबन हर दिन नॉन वेज खाया करता था, जिससे मेरा पाचन तन्त्र काफी कमजोर हो चूका था। पेट खराब होने की वजह से मुझे हर कुछ महीनों में हॉस्पिटल में एडमिट होना पड़ता था जहाँ डॉक्टर मुझे अपने खाने पीने में बदलाव करने की सलाह देते थे, पर मेरे लिए नॉन वेज को ना कहना बहुत ही मुश्किल था। पेट खराब होने की वजह से मुझे और भी कई समस्याएँ रहने लग गई थी जिसमे हाई ब्लड प्रेशर भी था, जिसको काबू करने के लिए मैं दवाएं ले रहा था। ब्लड प्रेशर कण्ट्रोल रखने के लिए डॉक्टर ने मुझे अपने खाने पीने में बदलाव करने की सलाह दी थी, लेकिन मैंने डॉक्टर की बात नहीं मानी। मैंने अपनी डाइट में कोई बदलाव तो नहीं किया पर मैंने इसके लिए दवाएं लेनी शुरू कर दी थी। मुझे दवाओं से ब्लड प्रेशर में आराम तो मिल रहा था लेकिन बढती उम्र और परहेज ना करने की वजह से दवाओं का बुरा असर किडनी पर पड़ने लग गया था, जिससे किडनी खराब होती जा रही थी। जब मेरी किडनी खराब होना शुरू हुई तो उसके करीब महिना भर पहले मेरी तबियत अचानक से खराब रहने लग गई। शुरुआत में मुझे हल्का बुखार रहने लगा जिसके लिए मैंने दवाएं ली पर कोई फायदा नहीं मिला, क्योंकि समस्या कुछ और थी और दवाएं अलग थी। बुखार लगातार बढ़ता जा रहा था जिसके साथ-साथ दिन में कई बार उल्टियाँ आने लगी, खाना खाने का तो बिलकुल भी दिल करता था।

अब शरीर के कई हिस्सों में सूजन भी आने लगी थी, जैसे कि पैरों में, चहरे पर और कमर के आसपास। पैरों में आई सूजन की वजह से मुझे चलने-फिरने में काफी परेशानी होने लगी थी। मैं जब तक सूजन की समस्या से छुटकारा पाता तब तक मुझे पेशाब से जुड़ी हुई भी कई समस्याएँ होने लगी। मुझे अचानक से पेशाब आना काफी कम हो गया, जब भी पेशाब आता तो काफी जलन और दर्द होने लगता, पेशाब से बदबू आने लगी और यहाँ तक कि कई बार पेशाब से खून भी आने लगा था। मेरा ब्लड प्रेशर पहले भी हाई रहता था, लेकिन इन दिनों मेरा ब्लड प्रेशर काफी ज्यादा हाई था, जिसको काबू करने के लिए मैंने बहुत सी दवाएं ली पर कोई फायदा नहीं मिला। मेरी लगातार खराब होती तबियत को देखते हुए घर वालों ने मुझे कई हॉस्पिटल में दिखाया पर कोई फायदा नहीं मिला तो घर वालों ने मुझे एक बड़े अस्पताल में एडमिट करवा दिया जहाँ जाते ही डॉक्टर ने मुझे कई टेस्ट करवाने के लिए कहा। मैंने उसी दिन डॉक्टर के बताएं हुए सारे टेस्ट करवाए और रिपोर्ट्स आते ही उन्हें डॉक्टर को दिखाया। मेरी सभी रिपोर्ट्स को कई बार देखने के बाद उन्होंने मुझे बताया कि ब्लड प्रेशर हाई रहने के कारण मेरी किडनी खराब हो चुकी है और अब ठीक होने के लिए डायलिसिस करवाना होगा। डॉक्टर की ये बात सुनते ही मानों मेरे पैरों से जमीन खिसक गई थी, लेकिन ये सच था जिसे झुकला पाना मुश्किल था। डॉक्टर ने मुझसे आगे कहा कि अब मुझे ठीक होने के लिए डायलिसिस करवाना होगा, अब मेरी किडनी ठीक करने का यही एक तरीका है, नहीं तो समस्या ज्यादा बढ़ सकती है। मैंने डॉक्टर के कहने पर और ठीक होने के लिए दुसरे दिन से ही डायलिसिस करवाना शुरू कर दिया। मैंने करीब 14 महीने तक हर हफ्ते 2 बार डायलिसिस करवाया पर उससे मुझे कोई फायदा नहीं मिला।

फिर एक दिन डॉक्टर ने मुझसे कहा कि मुझे अब डायलिसिस छोड़ किडनी ट्रांसप्लांट करवा लेना चाहिए मैं उसी से ठीक हो सकता हूँ। मैंने डॉक्टर के कहने पर किडनी ट्रांसप्लांट की तैयारी करनी शुरू कर दी, जिसके दौरान मैं अपने एक पुराने दोस्त मिला। मेरे दोस्त को जब मेरे किडनी ट्रांसप्लांट के बारे में पता चला तो उसने मुझे एक बार आयुर्वेदिक उपचार लेने को कहा। उसने मुझे बताया कि दिल्ली के कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल में बिना डायलिसिस के ही खराब हुई किडनी ठीक किया जाता है। मैं उसके जोर देने पर कुछ दिनों में कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल चला गया और डॉ. पुनीत धवन से मिला। मैंने उनको अपनी सभी रिपोर्ट्स दिखाई, जिन्हें देखने के बाद उन्होंने मुझसे कहा कि मुझे किडनी ट्रांसप्लांट की कोई जरुरत नहीं है मैं बस आयुर्वेदिक दवाओं से ठीक हो जाऊंगा। मैंने घर जाते ही ठीक होने की उम्मीद में डॉ. पुनीत धवन की सभी बात मानते हुए दवाएं लेनी शुरू कर दी और उनका दिया हुआ डाइट प्लान भी फॉलो करना शुरू कर दिया। आयुर्वेदिक दवाएं लेने से मुझे कुछ ही महीनों में अपने अंदर काफी सुधार नज़र आने लगे, जैसे पेशाब से जुड़ी समस्याएँ खत्म होने लगी, भूख लगने लगी, सूजन चली और शुगर लेवल भी काबू में आने लगा। मुझे महीने भर में ही सारी समस्याओं से छुटकारा मिलने लगा और मैं कुछ ही महीनों में मेरी खराब हुई किडनी एक दम ठीक हो गई, जिसकी मैं उम्मीद भी छोड़ चूका था। अगर आज मैं जिन्दा हूँ तो केवल डॉ. पुनीत धवन के कारण, सच कहूँ तो ये मेरे लिए किसी भगवान से कम नहीं है।

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