डॉ. पुनीत धवन ने मुझे किडनी ट्रांसप्लांट से बचा लिया

 

नमस्कार, मेरा तरुण सिंह दहिया है और मैं जिला सोनीपत, हरियाणा का रहने वाला हूँ।मैं बीते कई सालों से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहा था जिसकी वजह से करीब तीन साल पहले मेरी किडनी खराब हो गई थी। किडनी खराब होने की वजह से मुझे बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ा था, जिसमे शारीरिक, मानसिक और आर्थिक तीनो शामिल थी। मैंने अपनी किडनी ठीक करने के लिए उस दौरान डॉक्टर की सभी बातें मानते हुए डायलिसिस करवाना शुरू कर दिया, जिससे मुझे काफी तकलीफ हुई। फिर भी मैंने अपनी तकलीफ को सहन करते हुए कई महीनों तक डायलिसिस करवाया पर कोई फायदा नहीं मिला, उल्टा हालत और भी ज्यादा खराब होती चली गई। फर एक दिन डॉक्टर ने मुझसे कहा कि अगर मैं किडनी ट्रांसप्लांट करवा लूँ तो मैं जल्द ही ठीक हो जाऊंगा, पर मुझे इसकी जरूरत नहीं पड़ी क्योंकि मैंने समय रहते हुए डॉ. पुनीत धवन से आयुर्वेदिक उपचार लेना शुरू कर दिया था जिससे मेरी किडनी ठीक हो गई और आज इसी बारे में मैं आपको बताने वाला हूँ।

मेरी किडनी हाई ब्लड प्रेशर की वजह से खराब हुई थी और  मैं इस समस्या से बीते कई सालों से परेशान चल रहा था।मुझे हाई ब्लड प्रेशर की समस्या बाहर का ज्यादा तेज मसालों वाला खाने की वजह हुई थी, जिसको लेकर मैं बहुत ज्यादा लापरवाह था। जब मुझे ब्लड प्रेशर हाई रहने की समस्या हुई थी तब मैं इस और कोई ध्यान नहीं देता था उल्टा कुछ न कुछ ऐसा करता रहता था जिसकी वजह से मेरा ब्लड प्रेशर पहले के मुकाबले और ज्यादा हाई हो जाता था। मुझे ये समस्या ज्यादा तेज मसालें खाने की वजह से हुई थी। दरअसल, मुझे हल्का खाना बिलकुल भी पसंद नहीं था, मेरा मनना था कि खाने में हमेशा तेज मसलें और तेज नमक- मिर्च होनी चाहिए। मैं वैसे तो यह सब स्वाद के लिए करता था लेकिन मुझे ये नहीं पता था कि इसकी वजह से मेरा ब्लड प्रेशर हाई रहने लगेगा। जब शुरुआत में मेरा ब्लड प्रेशर हाई रहने लगा तो मैंने इस ओर बिलकुल भी ध्यान नहीं दिया, पर जब समस्या ज्यादा बढ़ने लगी तो डॉक्टर ने मुझे दवाएं खाने के लिए कहा। मैंने डॉक्टर के कहने और घर वालों के दबाव डालने पर दवाएं लेनी शुरू कर दी, पर मैंने दवाओं के साथ एक भी परहेज नहीं किया जिसकी वजह से दवाएं लेने पर भी मेरा ब्लड प्रेशर काबू में नहीं रहता था और लगातार बढ़ता जा रहा था। ब्लड प्रेशर के लगातार बढ़ने की वजह से मुझे कई बार हॉस्पिटल में भी एडमिट होना पड़ता था।

अब तो उम्र भी बढ़ने लगी थी जिसकी वजह से मेरा ब्लड प्रेशर और इसकी दवाएं दोनों बढ़ती जा रही थी। डॉक्टर मुझे हमेशा परहेज करने की सलाह देते रहते थे लेकिन मेरे लिए ये काम कर पाना बहुत ही मुश्किल था और मेरी इसी गलती की वजह से मेरी किडनी लगातार खराब होती जा रही जिसके बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं थी जब तक की डॉक्टर ने इसकी पुष्टि ना की थी।जब मेरी किडनी खराब होने लगी तो मुझे सबसे पहले काफी कम पेशाब आने लगाऔर पेशाब का रंग भी काफी बदल गया। मैं इस समस्या को जब तक समझ पाता उससे पहले मेरे पैरों में और कमर के आसपास काफी सूजन आ गई, जिसके कारण मुझे चलने फिरने में काफी परेशानी होने लगी। इसके साथ-साथ मुझे भूख लगना बंद हो गई और दिन में कई बार उल्टियाँ आने लगी, जिसकी वजह से मैं बड़ी तेजी से कमजोर होने लग गया। दवाओं से मुझे इन सभी समस्याओं में कोई सुधार नहीं मिल रहा था, साथ ही मेरा ब्लड प्रेशर के मुकाबले और ज्यादा बढ़ने लगा था। परेशानी ज्यादा बढ़ते देख, डॉक्टर ने मुझे कई टेस्ट करवाने की सलाह दी और मैंने कुछ ही दिनों में सभी टेस्ट करवा लिए। रिपोर्ट्स आते ही मैंने अपनी उन्हें डॉक्टर को दिखाया, जिन्हें देखने के बाद डॉक्टर ने मुझे बताया कि हाई ब्लड प्रेशर और ज्यादा दवाएं लेने के कारण मेरी किडनी खराब हो चुकी है, इसी कारण मुझे ये सभी समस्याएँ हो रही है। डॉक्टर ने मुझसे आगे कहा कि अब मुझे ठीक होने के लिए कई महीनों तक डायलिसिस करवाना होगा।

मैंने डॉक्टर की सलाह मानते हुए अगले दिन से ही डायलिसिस करवाना शुरू कर दिया जिससे मुझे काफी तकलीफ हुई। मैं डायलिसिस के उस दर्द को बिलकुल भी सहन नहीं कर पा रहा था, लेकिन ठीक होने के लिए मैंने उस दर्द को करीब साल भर तक हर हफ्ते दो बार डायलिसिस करवाया। इतने लंबे समय तक डायलिसिस करवाने से मुझे कोई फायदा नहीं मिला उल्टा हालत पहले से भी ज्यादा खराब हो चुकी थी जिसको देखते हुए डॉक्टर मुझे अब किडनी ट्रांसप्लांट करवाने के लिए कहने लग गये थे, पर खर्च को देखते हुए मैंने इसके लिए इंकार दिया। डॉक्टर ने मुझसे उस दौरान कहा था कि अगर मैंने किडनी ट्रांसप्लांट नहीं करवाया तो मेरी हालत और भी ज्यादा खराब हो जायगी इतना कि मेरी जान भी जा सकती है।लेकिन किडनी ट्रांसप्लांट में आने वाले को खर्च को मेरे लिए वहन कर पाना काफी मुश्किल था, जिसको देखते हुए मैंने इस ऑपरेशन के लिए इंकार कर दिया और डायलिसिस के भरोसे पर ही बाकी की जिन्दगी जीने का मन बना लिया। मैं अब डायलिसिस को ही अपनी जिन्दगी मान चूका था और ये समझ चूका था कि अब मैं नहीं बचने वाला, पर अभी मेरी जिन्दगी बाकी थी और इसमें मेरे रिश्तेदार ने मेरी मदद की।एक दिन जब मैं अपने घर में आराम कर रहा था तो मेरे एक दूर के रिश्तेदार मुझसे मिलने आए और उन्होंने मुझे के बार आयुर्वेदिक उपचार लेने की सलाह दी। उन्होंने मुझे बताया कि दिल्ली में कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल है जहाँ बिना डायलिसिस के ही खराब हुई किडनी को ठीक किया जाता है।

मैंने अपने रिश्तेदार की बात मान ली और मैं कुछ ही दिनों में कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल चला गया जहाँ मेरी मुलाकात डॉ. पुनीत धवन से हुई, मैंने उनको अपनी सारी रिपोर्ट्स दिखाई जिन्हें देखने के बाद उन्होंने मुझे बताया कि मैं जल्द ही ठीक हो जाऊंगा बस समय से आयुर्वेदिक दवाएं लेनी होगी और खाने पीने का खास ख्याल रखना होगा साथ ही योग भी जीवन में अपनाना होगा।बस फिर क्या था|

Ayurvedic Treatment Protein in Urine Naturally

मैंने घर आते ही डॉ. पुनीत धवन के कहे अनुसार उनकी दी हुई आयुर्वेदिक दवाएं लेनी शुरू कर दी जिससे मुझे बड़ी तेजी से अपने अंदर काफी सुधार नज़र आने लग गये। मुझे सबसे पहले पेशाब से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा मिलने लग गया और इसके साथ-साथ शरीर से सूजन भी जाने लगी। अब मुझे बुख भी लग रही थी जो कि ठीक होने की सबसे बड़ी निशानी होती है और सबसे बड़ी बात ये थी कि अब मेरा ब्लड प्रेशर भी काबू में आने लगा था जिसकी वजह से मैं खुद को काफी स्वस्थ महसूस कर रहा था। देखते ही देखते मुझे सभी शारीरिक समस्याओं से छुटकारा मिल गया और मेरी खराब हुई किडनी बिना डायलिसिस के ठीक हो गई और मुझे किडनी ट्रांसप्लांट करवाने की भी कोई जरूरत नहीं पड़ी। आज मैं एक दम स्वस्थ हूँ और अब मैं अपने खाने पीने का भी खास ख्याल रखता हूँ क्योंकि मैं नहीं चाहता मेरी किडनी फिर से खराब हो जाए और मुझे फिर से वही सब समस्याएँ एक बार फिर हो

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