दिल्ली के आयुर्वेदिक डॉक्टर ने मेरी किडनी को ठीक किया
नमस्कार, मेरा नाम राम चव्हाण है और मैं सतारा, महाराष्ट्र का रहने वाला हूँ। मैंने कई सालों से शुगर की समस्या से जूझ रहा था, जिसकी वजह से दो साल पहले मेरी किडनी खराब हो गई थी। जब मेरी किडनी खराब हुई तो मुझे कई सारी शारीरिक समस्याएँ रहने लग गई थी, जिनसे छुटकारा पाने के लिए मैंने बहुत सी दवाएं खाई और कई महीने तक डायलिसिस भी करवाया। डॉक्टर ने मुझसे उस दौरान कहा था कि डायलिसिस करवाने से मेरी किडनी ठीक हो जायगी, लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं। अगर मैं ये कहूँ कि डॉक्टर की बात झूठ निलकी तो गलत नहीं होगा। डायलिसिस करवाने से मेरी किडनी तो ठीक हुई नहीं उल्टा मेरी हालत इतनी ज्यादा खराब हो गई कि डॉक्टर मुझे जल्द से जल्द किडनी ट्रांसप्लांट करवाने के लिए कहने लग गये थे। लेकिन डॉ. पुनीत धवन के आयुर्वेदिक उपचार की वजह से मैं किडनी ट्रांसप्लांट से बच गया, क्योंकि मेरी किडनी बिना डायलिसिस के ही ठीक हो गई जिसकी वजह से आज मैं एक दम स्वस्थ जीवन जी पा रहा हूँ।
मैंने शुगर के दौरान डॉक्टर की एक भी बात नहीं मानी और केवल दवाओं पर ही निर्भर रहा, जिसकी वजह से मेरा शुगर लेवल अक्सर हाई ही रहता था और इसी वजह से आखिर में मेरी किडनी खराब हो गई। किडनी खराब होने के दौरान मुझे अक्सर पेशाब से जुड़ी कोई न कोई दिक्कत रहने लग गई थी जो कि मुझे पहले कभी नहीं हुई थी, इसकी शुरुआत पेशाब करते हुए जलन से होने लगी थी। एक दिन मैंने महसूस किया कि मुझे पेशाब करते हुए काफी जलन हो रही है जिसके बारे में मैंने तुरंत ही नेट पर देखा तो पता चला कि शुगर लेवल हाई होने की वजह से ऐसा कई बार हो जाता है और ये समस्या अपने आप ठीक भी हो जाती है। इस बारे में जानने के बाद मैंने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया, क्योंकि मुझे लगा कि मैं कुछ ही दिनों में ठीक हो जाऊंगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और मेरे पेशाब की समस्याएँ बढ़ती चली गई।कुछ ही दिनों में मुझे पेशाब करते हुए जलन होने के साथ-साथ पेशाब से जुड़ी और भी समस्याएँ हो गई, मेरे पेशाब से बदबू आने लग गई, पेशाब का रंग बदल कर गहरा पीला होता चला गया और पेशाब कम आने लगा। पेशाब करते हुए मुझे ऐसा लगता कि बहुत ज्यादा पेशाब आने वाला लेकिन बहुत ज्यादा जोर लगाने पर भी मुझे काफी कम पेशाब आ रहा था और अगर पेशाब खुल कर आ भी जाता तो पेशाब करते हुए झाग भी बनने लगा था।
kidney failure treatment in ayurveda |
इसी बीच मेरे शरीर के कई हिस्सों में अक्सर सूजन आने लगी थी,मुझे इससे पहले कभी
सूजन की समस्या नहीं हुई थी।सबसे पहले मेरे पैरों में सूजन आई थी जो कि हर दिन
लगातार बढ़ती जा रही थी और इसकी वजह से मुझे चलने में काफी परेशानी हो रही थी, मतलब मैं बिना किसी की
मदद से ठीक से कुछ कदम भी ठीक से नहीं चल पा रहा था।इतना ही नहीं अब मेरे पैरों के
साथ-साथ मेरे चेहरे और कमर के आसपास भी काफी सूजन आ गई थी। इसके
अलावा इन दिनो मेरा ब्लड प्रेशर भी हाई रहने लग गया था, आपको बता दूँ कि मुझे
इससे पहले कभी ब्लड प्रेशर की समस्या नहीं रही थी। किडनी खराब होने के कारण अब
मेरा ब्लड प्रेशर काफी हाई रहने लगा था जिसके कारण मुझे कई बार उल्टियाँ आने लगी
थी जिसकी वजह से मुझे खाना खाने का बिलकुल भी दिल नहीं करता था वहीं अब मुझे बुखार
भी रहने लग गया था। मैं लगातार काफी कमजोर होता जा रहा था और दवाओं से भी कोई आराम
नहीं मिल रहा था, घर वालों ने मुझे एक बड़े अस्पताल में एडमिट करवा दिया जहाँ
डॉक्टर ने मुझे कई टेस्ट करवाने को कह दिया। मैंने उसी समय सारे टेस्ट करवाए और
रिपोर्ट्स आते ही उन्हें डॉक्टर को दिखाया, जिन्हें देखने के बाद
डॉक्टर ने मुझे बताया कि शुगर और ज्यादा दवाएं लेने के कारण मेरी किडनी खराब हो गई
है जिसकी वजह से मुझे ये सब समस्याएँ हो रही है, डॉक्टर ने मुझसे आगे
कहा कि अब मुझे ठीक होने के लिए डायलिसिस करवाना होगा।
किडनी ठीक करने की उम्मीद में मैंने उसी दिन से ही डायलिसिस
करवाना शुरू कर दिया,
जिससे
मुझे काफी तकलीफ तो हुई लेकिन ठीक होने के लिए मैंने उस तकलीफ को सहन कर लिया। मैं
हर हफ्ते में दो बार डायलिसिस करवाता था,
जिससे
मुझे केवल और केवल तकलीफ ही मिल रही थी और डायलिसिस का ये सिलसिला करीब साल भर तक
चलता रहा। इस एक साल में मैं इतना ज्यादा बीमार हो चूका था कि मैं बिना किसी के
सहारे के बिस्तर से भी नहीं उठ पाता था। डॉक्टर अब मेरी तबियत को देखते हुए किडनी
ट्रांसप्लांट के लिए कहने लगे थे जिसके लिए घर वाले राजी थे पर मैं नहीं, क्योंकि इस ऑपरेशन के
सफल होने की उम्मीद काफी कम थी।अब घर वाले मेरे किडनी ट्रांसप्लांट के लिए तैयारी
भी करने लगे थे जिसमे खर्च भी काफी आ रहा था। इसी बीच एक दिन जब मैं हॉस्पिटल जा
रहा था तो वहां एक अनजान व्यक्ति मुझसे मिला और उसने मुझे एक बार दिल्ली के कर्मा
आयुर्वेदा हॉस्पिटल में जाकर आयुर्वेदिक उपचार लेने की सलाह दी। उसने मुझे बताया
कि इस हॉस्पिटल में बिना डायलिसिस के ही खराब हुई किडनी को ठीक किया जाता है। मुझे
उनकी बातों पर यकीन हुआ और मैंने इस बारे में अपने घर वालों को बताया और नेट पर भी
देखा।
मैं यहाँ जाने का मन बना चूका था और मैं कुछ ही दिनों बाद कर्मा आयुर्वेदा, दिल्ली आ गया जहाँ मेरी मुलाकात डॉ. पुनीत धवन से हुई। मैंने इनको अपनी सभी रिपोर्ट्स दिखाई और इन्हें अपने बारे में सभी जानकारी भी दी। मेरी रिपोर्ट्स देखने के बाद इन्होंने मुझसे कहा कि किडनी ट्रांसप्लांट करवाने की जरूरत नहीं मैं बस आयुर्वेदिक दवाएं लेने से ही ठीक हो जाऊंगा बस डाइट का खास ख्याल रखना होगा।मैंने घर जाते ही ठीक होने की उम्मीद में डॉ. पुनीत धवन की सभी बात मानते हुए उनकी दी हुई आयुर्वेदिक दवाएं लेनी शुरू कर दी और उनका दिया हुआ डाइट प्लान भी फॉलो करना शुरू कर दिया।कर्मा आयुर्वेदा की आयुर्वेदिक दवाएं लेने से मुझे कुछ ही महीनों में अपने अंदर काफी सुधार नज़र आने लगे, जैसे पेशाब से जुड़ी समस्याएँ खत्म होने लगी, भूख लगने लगी, ब्लड प्रेशर काबू में आने लगा और उल्टियाँ भी आनी बंद हो गई। मुझे महीने भर में ही सारी समस्याओं से छुटकारा मिलने लगा और सबसे बड़ी बात ये थी कि अब मेरा डायलिसिस सप्ताह में दो बार की जगह एक बार होने लगा था, साथ ही शुगर लेवल भी काबू में आने लगा था।मैं कुछ ही महीनों में मेरी खराब हुई किडनी एक दम ठीक हो गई, जिसकी मैं उम्मीद भी छोड़ चूका था।
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