एलोपैथीक डॉक्टर ने साफ-साफ कहा, “मैं नहीं बच सकता”.........

नमस्कार, मेरा नाम कौशल सिंह है और मैं बिहार की राजधानी पटना का रहने वाला हूँ। मैं बीते कई सालों से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहा था, जिसकी वजह से मुझे चार साल पहले किडनी फेल्योर जैसी जानलेवा बीमारी से जूझना पड़ा था। मैंने अपनी किडनी को ठीक करने के लिए कई महीनों तक डायलिसिस भी करवाया था, लेकिन उससे मुझे कोई फायदा नहीं मिला। डायलिसिस से मेरी तबियत इतनी ज्यादा खराब हो चुकी थी कि डॉक्टर ने मुझसे साफ शब्दों में कह दिया था कि अब मेरे बचने की कोई उम्मीद नहीं है। लेकिन आज मैं एक दम स्वस्थ हूँ और ये डॉ. पुनीत धवन के कारण हुआ है। मैंने समय रहते डॉ. पुनीत धवन से आयुर्वेदिक उपचार लेना शुरू कर दिया था जिसकी वजह से मेरी किडनी ठीक हो सकी।

मुझे ज्यादा नमक खाने की आदत थी, खाने में चाहे कितना भी नमक क्यों ना डला हो पर जब मैं खाने में ऊपर से नमक ना डाल लेता तब तक मुझे शांति ही नहीं मिलती थी। मेरे इस ज्यादा नमक खाने की आदत की वजह से मेरा ब्लड प्रेशर अक्सर हाई रहता था, जिसको काबू करने के लिए घर वाले कम नमक खाने की सलाह देते थे, पर ये करना मेरे लिए बहुत ज्यादा मुश्किल था। अब बढती उम्र के साथ मेरी इस आदत में तो कोई बदलाव हुआ नहीं लेकिन मेरा ब्लड प्रेशर पहले से ज्यादा हाई रहने लग गया था, जिसको काबू रखने के लिए मैं अब दवाएं खाने लगा था। डॉक्टर मुझे दवाएं छोड़ कर डाइट में बदलाव करने की सलहा देते थे पर मैं उनकी किसी भी बात पर कोई ध्यान नहीं देता था और इसी कारण मेरा ब्लड प्रेशर दवाएं लेने के बाद भी हाई ही रहता था जिसकी वजह से बड़ी तेजी से मेरी किडनी खराब हो रही थी। जब मेरी किडनी खराब होना शुरू हुई तो मैं यस दौरान काफी बीमार रहने लग गया था, जैसे कि मुझे लगातार अचानक से बुखार आने लगा था। बुखार आने की वजह से मुझे भूख लगना बिलकुल बंद हो चुकी थी और अगर मैं जबरदस्ती कुछ खा भी लेता तो उसी समय मुझे उल्टी आ जाती थी।

बुखार के साथ-साथ मेरे पैरों में भी सूजन आने लग गई थी, जिसकी वजह से मुझे चलने में काफी परेशानी हो रही थी। इन दोनों मुझे पेशाब आना भी काफी कम आने लगा था, पेशाब से बदबू आने लगी थी और पेशाब करते समय मुझे काफी जलन भी होने लग गई थी। इन दिनों मेरा ब्लड प्रेशर भी इतना ज्यादा हाई रहने लगा था कि दवाएं लेने पर भी काबू में नहीं आता था और डॉक्टर्स बस दवाएं पर दवाएं दिए जा रहे थे। इस बीच जब एक दिन मेरी तबियत बहुत ज्यादा खराब हुई तो डॉक्टर ने मुझसे एक बार कई टेस्ट करवाने की सलाह दी। मैंने डॉक्टर के कहने पर कुछ ही दिनों में सभी टेस्ट करवाए और रिपोर्ट्स आते ही उन्हें डॉक्टर को दिखाया, जिन्हें देखने के बाद डॉक्टर ने मुझसे कहा कि ब्लड प्रेशर हाई रहने की वजह से मेरी किडनी खराब हो चुकी है, जिसे केवल डायलिसिस से ही ठीक किया जा सकता है। मैंने डॉक्टर की सलाह मानते हेउ अगले दिन से ही डायलिसिस करवाना शुरू कर दिया, जिससे मुझे काफी तकलीफ तो हुई लेकिन ठीक होने की उम्मीद में मैंने इस दर्द को सहन कर लिया और अगले 6 महीने तक करता रहा।

मैं अपनी किडनी ठीक करने के लिए 6 महीने तक हर हफ्ते दो से तीन बार डायलिसिस करवाता रहा, लेकिन इससे फायदा मिलने की जगह मेरी तबियत इतनी ज्यादा खराब हो गई कि मेरे बचने की कोई उम्मीद ही बाकी नहीं थी। इसी दौरान डॉक्टर ने मुझसे कहा कि अब मेरे बचने की कोई उम्मीद नहीं है हां, गर किडनी ट्रांसप्लांट करवा लिया तो कुछ प्रतिशत चांसेस है कि मैं बच जाऊं। डॉक्टर की ये बात सुनकर मुझे बहुत अजीव लगा और पुरे परिवार में एक दम निराशा की लहर दौड़ गई। अब मैं हार मान चूका था लेकिन इसी बीच मेरे बड़े भाई को दिल्ली के कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल के बारे में पता चला। उसने नेट पर देखा कि इस हॉस्पिटल में बिना डायलिसिस के ही किडनी को ठीक किया जाता है। बस फिर क्या था हम अगले ही दिन दिल्ली के रवाना हो गये और सीधा कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल पहुँच गये जहाँ मेरी मुलाकात डॉ. पुनीत धवन से हुई। मैंने उनको अपनी सभी रिपोर्ट्स दिखाई, जिन्हें देखने के बाद उन्होंने मुझसे कहा कि मुझे डरने की कोई जरूरत नहीं है बस समय से आयुर्वेदिक दवाएं लेनी होगी और डाइट का खास ख्याल रखना होगा। मैंने घर आते ही डॉ. पुनीत धवन कहे अनुसार दवाएं लेनी शुरू कर दी जिससे मुझे अपनी सेहत में काफी सुधार नज़र आने लग गये और देखते ही देखते कुछ ही महीनों में मेरी किडनी एक दम ठीक हो गई। अगर आज मैं जिन्दा हूँ तो केवल डॉ. पुनीत धवन और उनके आयुर्वेदिक उपचार के कारण, नहीं तो एलोपैथी में मेरे बचने की कोई उम्मीद भी नहीं थी।

Ayurvedic Treatment To Reduce Kidney Cysts

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