बाहर के खाने की वजह से हुई किडनी खराब
नमस्कार, मेरा नाम तरुण सिंह है और मैं राजस्थान के कोटा शहर का रहने वाला हूँ। मैं बीते कुछ सालों से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहा था जिसकी वजह से दो साल पहले मेरी किडनी खराब हो गई थी। किडनी खराब होने की वजह से मुझे कई शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ा था और उनसे छुटकारा पाने के लिए मैंने कई महीनों तक दवाएं खाई और डायलिसिस भी करवाया। डॉक्टर का मुझसे साफ कहना था कि डायलिसिस करवाने से मैं जल्द ही ठीक हो जाऊंगा, पर ऐसा कुछ नहीं हुआ, उल्टा हालत इतनी ज्यादा खराब हो गई कि बचने की कोई उम्मीद नज़र नहीं आ रही थी। उस दौरान अगर मैंने अपने दोस्त की बात मानते हुए डायलिसिस छोड़ डॉ. पुनीत धवन से आयुर्वेदिक उपचार लेना शुरू नहीं किया होता तो शायद आज मैं जीवित भी नहीं होता। पर आज मैं डॉ. पुनीत धवन की वजह से मेरी किडनी एक दम ठीक है और मैं एक स्वस्थ जीवन जी रहा हूँ।
मुझे हाई ब्लड प्रेशर की समस्या बाहर का ज्यादा खाना खाने की वजह से हुई थी। दरअसल, मैं अपने काम के सिलसिले में कोटा में अकेला रहता था, जिसकी वजह से मुझे अक्सर बाहर से खाना लेना पड़ता था। आप सभी को मालूम है कि बाहर के खाने में कितनी मात्रा में मसाले होते हैं और बहुत ज्यादा तेल डाला गया होता है जिसकी वजह से इस खाने से पेट से जुड़ी समस्याएँ बड़े आराम से हो जाती है। लेकिन इस खाने से मुझे पेट से जुड़ी कोई समस्या तो नहीं हुई बल्कि मेरा इससे मेरा ब्लड प्रेशर हाई रहने लग गया। जब मेरा ब्लड प्रेशर हाई रहने लगा तो डॉक्टर ने मैंने इस बारे में डॉक्टर से बात कि उन्होंने मुझसे कहा कि मुझे बाहर का खाना लेना कम करना होगा या फिर दवाएं लेनी शुरू करनी होगी। मैंने डॉक्टर की दवाएं लेने वाली बात सही लगी तो मैंने ब्लड प्रेशर को काबू करने के लिए दवाएं लेनी शुरू कर दी।
Ayurvedic medicine for protein loss in urine
दवाएं लेने से मेरा ब्लड प्रेशर अब काबू में आने लग गया था, जिसकी वजह से मैं खुद को काफी स्वस्थ महसूस कर रहा था। लेकिन साल भर के अंदर मुझे दवाओं से आराम मिलना बंद हो गया क्योंकि मैंने सी दौरान कोई परहेज नहीं किया। अब मुझे ब्लड प्रेशर के साथ-साथ पेट से जुड़ी समस्याएँ भी रहने लग गई जिससे मेरी हालत काफी खराब रहने लगी, साथ ही साथ अब मेरा ब्लड प्रेशर पहले के मुकाबले ज्यादा हाई रहने लगा। डॉक्टर एन दवाओं की डोज़ बढ़ा दी पर कोई फायदा नहीं मिला और यही मेरी किडनी खराब होने के पहली निशानी थी जिसके बारे में मुझे कोई खबर नहीं थी। किडनी खराब होने की खबर लगने के दो हफ्ते पहले मुझ कई शारीरिक सम्स्याने रहने लगी थी, जिनको समझ पाना मेरे लिए बहुत मुश्किल था। एक दिन मैंने देखा कि मेरे पैरों में काफी सूजना आई हुई है, जिसकी वजह से मुझे चलने में काफी परेशानी हो रही थी।
मेरे पैरों से जब तक सूजन जाती तब तक मुझे पेशाब आना लगभग-लगभग बंद हो गया, मुझे जब भी पेशाब आता तो काफी जलन होने लगती। इसके अलावा पेशाब से बदबू भी आने लगी थी और पेशाब का रंग भी लाल होता जा रहा था। इन्हीं दिनों मुझे तेज बुखार रहने लगा, दिन में कई बार उल्टियाँ आने लगी, भूख लगनी बंद हो गई। मैं इन सभी समस्याओं की वजह से काफी कमजोर हो चूका था दवाएं लेने पर भी कोई आराम नहीं मिल रहा था। लगातार खराब होती हालत को देखते हुए डॉक्टर ने मुझे हॉस्पिटल में ही एडमिट कर लिया और जल्द से जल्द कई टेस्ट करवाने के लिए कहा। मैंने डॉक्टर की सलाह मानते हुए उसी दिन सभी टेस्ट करवाए और रिपोर्ट्स आते ही उन्हें डॉक्टर को दिखाया। मेरी रिपोर्ट्स देखने के बाद डॉक्टर ने मुझे बताया कि दरअसल हाई ब्लड प्रेशर, ज्यादा दवाएं लेने और बाहर का ज्यादा खाना खाने की वजह से मेरी किडनी खराब हो चुकी है इसी वजह से मुझे ये सभी समस्याएं हो रही है।
डॉक्टर ने मुझे आगे बताया कि अब मुझे ठीक होने के लिए और इन सभी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए डायलिसिस करवाना होगा। मैंने डॉक्टर की बात मानते हुए डायलिसिस करवाने के लिए हामी भर दी और दुसरे दिन से ही डायलिसिस करवाना शुरू कर दिया। डायलिसिस करवाने से भले ही मुझे तकलीफ हुई थी, लेकिन ठीक होने के लिए मैंने उस तकलीफ को सहन कर लिया था। मैंने करोब 6 महीने तक हफ्ते दो बार डायलिसिस करवाया उससे मुझे कोई फायदा नहीं मिला उल्टा मेरी लगातार खराब होती चली गई। मेरी हालत इतनी ज्यादा खराब हो चुकी थी कि मेरे बचने की कोई उम्मीद नहीं लग रही थी। इसी बीच एक दिन मेरे एक दोस्त ने मुझसे दिल्ली के कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल से आयुर्वेदिक उपचार लेने की सलाह दी।
मेरे दोस्त ने मुझे बताया कि इस हॉस्पिटल में बिना डायलिसिस के ही खराब हुई किडनी को ठीक किया जाता है। मैंने अपने दोस्त की बात मानी और मैं कुछ ही दिनों में कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल चला गया जहाँ मेरी मुलाकात हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. पुनीत धवन से हुई। मैंने उनको अपनी सभी रिपोर्ट्स दिखाई, जिन्हें देखने के बाद उन्होंने मुझसे कहा कि समय से आयुर्वेदिक दवाएं लेने और खाने पीने का ख्याल रखने से मैं ही ठीक हो जाऊंगा। बस फिर क्या था मैंने घर जाते ही डॉ. पुनीत धवन की दी हुई आयुर्वेदिक दवाएं लेनी शुरू कर दी जिससे मुझे हफ्ते भीतर ही अपने अंदर काफी सुधार नज़र आने लगे और देखते हिद देखते कुछ ही महीनों में मेरी किडनी एक दम ठीक हो गई, जिसकी वजह से आज मैं एक स्वस्थ जीवन जी पा रहा हूँ।
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